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50 वर्ष से अधिक पुरानी समितियों को आर्थिक सहायता
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राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
बालेश्वर। राज्य सरकार ने परंपरागत और ऐतिहासिक दुर्गा पूजा समितियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। ओड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति विभाग के शासन सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में पात्र समितियों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।
यदि किसी जिले में 50 वर्ष से अधिक पुरानी समितियां नहीं हैं, तो उस क्षेत्र की सबसे पुरानी दो समितियों का विवरण भी भेजा जा सकेगा, ऐसा पत्र में उल्लेख किया गया है।
बालेश्वर शहर में इस वर्ष 3 थाना क्षेत्रों के अंतर्गत कुल 70 पूजा मंडप स्थापित किए गए हैं। इनमें से 14 प्राचीन पूजा मंडप हैं। इनमें 2 मंडप ऐसे हैं जो 100 वर्ष से अधिक पुराने हैं, 3 मंडप 75 वर्ष से अधिक पुराने हैं तथा 9 मंडप 50 वर्ष से अधिक पुराने हैं।
रेलवे स्टेशन सार्वजानिक पूजा समिति और मारवाड़ीपट्टी आश्रम पूजा समिति 100 वर्ष से अधिक पुरानी हैं। वहीं, नयाबाजार व्यापार संघ पूजा समिति, सिनेमा चौक पूजा समिति, सुनहट कनकदुर्गा पूजा समिति 75 वर्ष से अधिक पुरानी हैं। इसी तरह 50 वर्ष से अधिक पुरानी समितियों में भास्करगंज (1) स्टेशन चौक पूजा समिति, कचहरी गेट (1) पूजा समिति, नयाबाजार सारथी संघ पूजा समिति, शोभारामपुर पूजा समिति, फांडीचौक तरुण समिति, टाउन हॉल पूजा समिति, बटेश्वर पूजा समिति, काली मंदिर पूजा समिति और बनिया मंदिर पूजा समिति शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, 100 वर्ष से अधिक पुरानी समितियों को 1 लाख, 75 वर्ष से अधिक पुरानी समितियों को 75 हजार और 50 वर्ष से अधिक पुरानी समितियों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
सरकार के इस निर्णय से समितियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। मोतीगंज मारवाड़ी आश्रम समिति के अध्यक्ष नवल किशोर अग्रवाल ने कहा कि सरकार का यह कदम बेहद सराहनीय है। कई समितियां आर्थिक तंगी के कारण पूजा आयोजन में असमर्थ थीं, अब यह सहायता उन्हें नई ऊर्जा देगी और हमारी परंपरा को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
इसी प्रकार, 83 वर्ष पुरानी कनकदुर्गा पूजा समिति के सचिव जगबन्धु आचार्य ने कहा कि मूल्यवृद्धि के इस समय में पूजा आयोजन कठिन हो गया है। सरकार द्वारा दी जा रही यह आर्थिक सहायता निश्चित रूप से समितियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी। यह कदम पूरी तरह स्वागत योग्य है।