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साझा कार्यस्थल, स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन सेंटर, लचीली लीज नीति और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने जैसे सुझावों पर हुआ विमर्श
भुवनेश्वर: ओडिशा में महिला उद्यमियों और युवाओं के लिए औद्योगिक क्षेत्र में नए अवसर सृजित करने की दिशा में आज ओडिशा औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम (इडको) में महानिदेशक डी. प्रशांत कुमार रेड्डी के साथ कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ओडिशा चैप्टर की अहम बैठक आयोजित हुई।
बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने जोर दिया कि राज्य की आर्थिक प्रगति में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना समय की मांग है और इसके लिए नीतिगत बदलाव तथा आधारभूत ढांचे का उन्नयन अनिवार्य है। इस दौरान महिला और युवा उद्यमियों के लिए साझा कार्यस्थल, स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन सेंटर, लचीली लीज व सब-लीज नीति, औद्योगिक एस्टेट्स में आधुनिक सुविधाओं का विकास, डिजिटल तकनीक का उपयोग और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन जैसे सुझाव रखे गए।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी प्रस्ताव रखा कि वन-टाइम रेगुलराइजेशन व एमनेस्टी स्कीम लागू कर पुराने विवादों और अनुपालन संबंधी समस्याओं का समाधान किया जाए। औद्योगिक एस्टेट्स में सड़क, ड्रेनेज, बिजली और कचरा प्रबंधन जैसी आधारभूत सुविधाओं का क्लस्टर-आधारित उन्नयन किया जाए, मौजूदा इकाइयों के लिए समर्पित हेल्पडेस्क व शिकायत निवारण प्रणाली स्थापित हो, और ग्रीन बिल्डिंग, सोलर पावर व डिजिटल अपग्रेडेशन के लिए सब्सिडी और तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाए। साथ ही बीमार या बंद पड़ी इकाइयों को पुनर्जीवित करने के लिए लचीली लीज पॉलिसी, लीज ट्रांसफर और सब-लीज की अनुमति दी जाए।
प्रतिनिधिमंडल ने विश्वास जताया कि इन सुझावों के अमल से न केवल पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का कायाकल्प होगा, बल्कि राज्य में नए रोजगार अवसर भी सृजित होंगे, जिससे “आत्मनिर्भर भारत” और “स्वदेशी” अभियान को गति मिलेगी। इडको प्रबंधन ने इन सुझावों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए आश्वासन दिया कि उन पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
बैठक में ओडिशा चैप्टर कैट के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता, सचिव सीए अमित दारूका, उपाध्यक्ष रमेश शाह, उपाध्यक्ष (मेंबरशिप ड्राइव) रमाशंकर रुंगटा, भुवनेश्वर चैप्टर के उपाध्यक्ष सज्जन अग्रवाल, सचिव शालिन अग्रवाल, मीडिया प्रभारी अरुण अग्रवाल और मुरारी अग्रवाल उपस्थित रहे।