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राज्यभर में आक्रोश के बीच सरकार ने सौंपा है जिम्मा
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बचाने वाले युवक के मिलने एससीबी अस्पताल पहुंची टीम
भुवनेश्वर। बालेश्वर जिले के फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय (एफएम कॉलेज) की एक छात्रा की रहस्यमयी मौत के मामली की जांच का जिम्मा ओडिशा सरकार ने राज्य पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है और इसने जांच भी शुरू कर दी है।
क्राइम ब्रांच की डीजी विनयतोष मिश्र ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) इमान कल्याण नायक को सौंपी है। नायक महिला और बाल अपराध प्रकोष्ठ, भुवनेश्वर से संबंधित हैं और कई संवेदनशील मामलों की जांच में उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ इंस्पेक्टर पंचाली राउत भी सहयोग करेंगी।
क्राइम ब्रांच द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि डीएसपी नायक बालेश्वर जिले के सहदेवखुंटा थाना कांड संख्या 229/2025 की पूरी जांच की कमान संभालेंगे। उन्हें इस मामले की जांच के दौरान सहदेवखुंटा थाना प्रभारी (ओआईसी) के रूप में कार्य करने का अधिकार भी दिया गया है। यह प्रावधान ओडिशा पुलिस मैनुअल नियम की धारा 431 (सी) के तहत लागू किया गया है।
क्राइम ब्रांच द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसी अब पुराने साक्ष्यों की दोबारा जांच करेगी और गवाहों से फिर से पूछताछ करेगी। इस पूरे प्रकरण में कॉलेज के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, जिससे राज्य सरकार की पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने की मंशा स्पष्ट होती है।
क्राइम ब्रांच की दो सदस्यीय टीम ने गुरुवार को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जांच की। टीम अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग पहुंची और मुख्य प्रत्यक्षदर्शी ज्योतिप्रकाश बिस्वाल से पूछताछ की, जिनका वर्तमान में बर्न आईसीयू में इलाज चल रहा है।
अधिकारियों ने घटना के कारणों के बारे में विस्तार से पूछताछ की, जिसमें पीड़िता के शरीर में आग कैसे लगी, यह भी शामिल था। क्राइम ब्रांच का उद्देश्य घटना के सटीक विवरण को एक साथ जोड़ने के लिए प्रत्यक्ष जानकारी एकत्र करना था।
ज्योतिप्रकाश से पूछताछ के अलावा, टीम ने उनकी स्थिति और चोटों के चिकित्सीय पहलुओं को समझने के लिए उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से भी चर्चा की।