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कटक के बाद बारिपदा में निजी अस्पताल में लगी आग

  • हादसे में कोई हताहत नहीं, सभी मरीज व कर्मचारी सुरक्षित निकाले गये

  • निजी अस्पतालों में हुई आग की घटनाओं के बाद सरकार ने उठाया सख्त कदम

  • फायर ऑडिट कराने का निर्देश, टीम गठित करने को कहा गया

भुवनेश्वर। कटक के बाद अब मयूरभंज जिले के बारिपदा टाउन थाना अंतर्गत स्थित एक निजी अस्पताल में आग लगने की घटना घटी। हालांकि कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं, लेकिन अस्पताल में आग लगने की घटनाओं की बढ़ती संख्या के कारण सरकार सख्त हो गयी है।

बताया गया है कि आग की यह घटना आज सुबह 4 बजे निजी अस्पताल के दूसरे तल पर स्थित आईसीयू ड्यूटी रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी।

हालांकि सूचना मिलने के बाद दमकलकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची और फैलती आग को बुझाने में मदद की।

मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सहायक अग्निशमन अधिकारी विश्वनाथ मुंडा ने कहा कि सूचना मिलने के बाद हम तुरंत मौके पर पहुंचे और आग लगने के कारण उत्पन्न अत्यधिक धुएं को खत्म किया। धुएं को पूरी तरह से खत्म करने में हमें थोड़ा समय लगा, क्योंकि यह काफी फैल चुका था। हमने सफलतापूर्वक धुएं और आग को साफ कर दिया है।

उन्होंने आगे कहा कि सभी मरीज और कर्मचारी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हमने 4 मरीजों को निकाल लिया है। शॉर्ट सर्किट एसी कनेक्शन से हुआ था। मामले की आगे की जांच से दुर्घटना के कारणों के बारे में स्पष्ट जानकारी मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले शनिवार को कटक जिले के पुरीघाट पुलिस स्टेशन के पास एक निजी नर्सिंग होम की तीसरी मंजिल पर स्थित आईसीयू में आग लग गई थी। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग में करीब 45 मरीज बाल-बाल बच गए थे।

हालांकि, घटना के बाद शिशु भवन में शिफ्ट किए गए सात दिन के एक बच्चे की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।

बीएसकेवाई के तहत निजी अस्पताल का पैनल निलंबित

इन दुर्घटनाओं के बाद ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) के तहत निजी अस्पताल के पैनल को निलंबित कर दिया।

फायर ऑडिट के लिए बनेगी टास्क फोर्स

इधर, अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए ओडिशा सरकार ने सभी नगर निगमों और जिलों में टास्क फोर्स बनाने का आदेश जारी किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने स्वास्थ्य और गृह विभाग के अधिकारियों और नगर निगमों और जिलों में विद्युत निरीक्षकों को शामिल करते हुए एक संयुक्त टास्क फोर्स के गठन का निर्देश जारी किया है। टास्क फोर्स अपने अधिकार क्षेत्र में सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम में आग और विद्युत सुरक्षा का समय-समय पर ऑडिट करेगी।

टीम के सदस्य निर्धारित

बताया गया है कि नगर निगम के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए गठित टास्क फोर्स में अध्यक्ष के रूप में नगर आयुक्त, पुलिस एसपी या डीएसपी, कैपिटल हॉस्पिटल, भुवनेश्वर, आरजीएच, राउरकेला या सीडीएम और पीएचओ के निदेशक, अग्निशमन अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता-सह-निरीक्षक या अधीक्षण अभियंता-सह-उप विद्युत निरीक्षक सदस्य के रूप में शामिल होंगे।

इसी प्रकार जिलों के लिए गठित टास्क फोर्स में अध्यक्ष के रूप में जिला कलेक्टर, सुरक्षा अधीक्षक, सीडीएम और पीएचओ, सहायक अग्निशमन अधिकारी और अधीक्षक अभियंता-सह-उप विद्युत निरीक्षक सदस्य के रूप में शामिल होंगे।

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