कटक। समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा व सहवर्ती समणीवृंद करुणाप्रज्ञा, सुमनप्रज्ञा का भीखमचंद दुधोड़िया के निवास स्थान से जुलूस के द्वारा तेरापंथ भवन में मंगल प्रवेश हुआ। समणी जी ने नमस्कार महामंत्र के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की। महिला मंडल की बहनों ने स्वागत गीतिका प्रस्तुत की। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मुकेश सेठिया ने समणी जी का स्वागत किया। महिला मंडल की अध्यक्ष ललिता सिंघी, युवक परिषद के कोषाध्यक्ष विकास चोरड़िया, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष मुकेश डुंगरवाल, भवन समिति के अध्यक्ष हीरालाल की खटेड़, संस्कार निर्माण शिविर के प्रभारी प्रफुल्ल बेताला, प्रवक्ता उपासक पानमल नाहटा व अन्यान्य ने अपने वक्तव्य के माध्यम से समणीवृंद का स्वागत किया।
समणी करुणाप्रज्ञा जी ने अपने संबोधन में कहा कि यदि कोई टारगेट निश्चित कर लिया जाए, तो वह कुछ ही दिन में पूरा किया जा सकता है। समणी सुमनप्रज्ञा जी ने फरमाया कि जैसे किसी धब्बे को मिटाने के लिए कुछ ना कुछ चीज होती है, उसी प्रकार कर्मों को भी मिटाने का एकमात्र उपाय है धर्म। इसके साथ ही सुमधुर स्वरों में गीतिका का संगान किया।
समणी निर्देशिका कमलप्रज्ञा जी ने सदन को प्रेरणा पाथेय प्रदान किया। उन्होंने कहा कि हम कटक तीन बार आ चुके हैं पर आज हमारा वास्तविक स्वागत है। तेरापंथी सभा के मंत्री रणजीत दुग्गड़ ने कार्यक्रम का संचालन किया।