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रथों के निर्माण को लेकर केंद्र लेगा फैसला
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पल्ला झाड़ते हुए राज्य सरकार ने केंद्र को लिखा पत्र
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जल्द फैसला लेने का किया आग्रह
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वरिष्ठ दइतापति सेवक विनायक दास महापात्र ने सरकार पर लगाया ड्रामाबाजी करने का आरोप
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कहा-फैसला न लेकर खेल रही है लुका-छुप्पी का खेल
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समयाभाव के कारण रथ निर्माताओं ने हाथ किये खड़े
विष्णुदत्त दास, पुरी.
पुरी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन अब केंद्र सरकार के फैसले पर टिका है. राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र को पत्र लिखा है. इस बीच रथों के निर्माण करने वालों ने समयाभाव के कारण रथों के निर्माण भी से हाथ खड़े कर लिये हैं. महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए रथों के निर्माण के लिए अब केंद्र सरकार फैसला लेगी.
इस घटनाक्रम के बाद गुस्साए वरिष्ठ सेवक विनायक दास महापात्र ने कहा कि राज्य सरकार ड्रामा कर रही है. ड्रामेबाजी के साथ लुका-छुपी का खेल भी खेल रही है. यह आने वाले दिनों में रथयात्रा आयोजित न हो, इसके लिए षडयंत्र किया गया है. इसका खुलासा भी आने वाले दिनों में हो जाएगा. जगन्नाथ भगवान के रथों के मुख्य विश्वकर्मा विजय महापात्र ने कहा कि अब रथों का निर्माण संभव नहीं है . बहुत देर हो चुकी है.
कल नरसिंह चतुरदशी पर कोण गूज अनुकूल होने वाला था, वह भी नहीं हो पाया. रथयात्रा का दिन करीब आ रहा है, लेकिन कोई फैसला नहीं हो रहा है. ऐसी स्थिति समय कम मिलने के कारण हम लोग रथों का निर्माण करने में सक्षम नहीं हैं. सरकार ने आयोजन को लेकर निर्णय लेने में बहुत देर कर दी है.
इस घटना के बारे में कांग्रेस राज्य अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि जनहित में सरकार जो निर्णय लेगी, उसको हम लोग सम्मानपूर्वक मानेंगे. भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय महापात्र ने कहा कि केंद्र सरकार को पत्र लिखना जरूरी नहीं था. दिन में 10 बार राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ चर्चा करती है. उसी समय यह महत्वपूर्ण बातें कह देनी चाहिए थी, क्यों कि केंद्र सरकार का इसमें कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं है. जितनी देर होगी नीति प्रभावित होगी.
कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति ने कहा कि जगदगुरु शंकराचार्य और पुरी नरेश गजपति महाराज अपने विचार सबके सामने रख चुके हैं. अब सरकार को इसमें देरी करने की आवश्यकता नहीं है.