Home / Odisha / सीएए लागू करने पर भाजपा को बीजद समर्थन

सीएए लागू करने पर भाजपा को बीजद समर्थन

  • ओडिशा में विपक्षी दलों ने की केंद्र सरकार की आलोचना

  • एक वर्ग का वोट एकजुट के इरादे से अधिसूचना जारी की – कांग्रेस

  • रमजान का महीना शुरू होने की पूर्व संध्या पर सीएए ध्रुवीकरण करने के इरादे से लागू किया – सपा

भुवनेश्वर। ओडिशा में चल रही गठबंधन की कवायदों के बीच सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) लागू किये जाने का मंगलवार को समर्थन किया। हालांकि राज्य में विपक्षी दलों ने आम चुनाव से पहले इसे लागू किये जाने को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की है।

बीजद विधायक परशुराम धड़ा ने कहा कि बीजद सीएए का स्वागत करता है, क्योंकि यह लोगों को नागरिकता प्रदान करता है और किसी की देश में रहने का अधिकार नहीं छीन रहा है। ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने 17 दिसंबर 2019 को कहा था कि सीएए का भारतीय नागरिकों से कोई लेना-देना नहीं है, यह केवल विदेशियों से संबंधित है। लोकसभा और राज्यसभा में बीजद सदस्यों ने स्पष्ट कर दिया है कि हम एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) का समर्थन नहीं करते। कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने आम चुनावों से पहले सीएए लागू करने को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की है।

ओडिशा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने सोमवार को कहा कि सीएए का देश की एक बड़ी आबादी ने कड़ा विरोध किया, जिसके चलते इसे लागू करने में देर की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अब चूंकि चुनाव होने हैं, केंद्र सरकार ने समाज के एक वर्ग के वोट को एकजुट करने के लिए देश में शायद अव्यवस्था पैदा करने के एकमात्र इरादे से अधिसूचना जारी की है। सपा की ओडिशा इकाई के प्रमुख रवि बेहरा ने आरोप लगाया कि रमजान का महीना शुरू होने की पूर्व संध्या पर सीएए ध्रुवीकरण करने के इरादे से लागू किया गया।

माकपा नेता सुरेश पाणिग्राही ने कहा कि हम सीएए का कड़ा विरोध करते हैं, क्योंकि इसमें धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है, जो न केवल भेदभाव पैदा करेगा, बल्कि हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त मूल अधिकारों का भी हनन करेगा।

Share this news

About desk

Check Also

ओडिशा में फिर से शुरू हो सकता है छात्रसंघ का चुनाव

उच्च शिक्षा मंत्री ने बयान में दिये संकेत भुवनेश्वर। ओडिशा के विभिन्न विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *