-
कहा- में और मेरा परिवार आरोपों से है पूरी तरह से स्तब्ध और आहत
भुवनेश्वर। उत्पीड़न मामले के सुर्खियों में छाए रहने के बाद एक बार फिर आज बीजद विधायक शशि भूषण बेहरा ने दोहराया कि उनकी बहू रोनाली द्वारा लगाए गए दहेज प्रताड़ना के आरोप निराधार हैं। पत्रकारों से बात करते हुए बीजद के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनकी बहू द्वारा लगाए गए इस तरह के आरोपों से मैं और मेरा परिवार पूरी तरह से स्तब्ध और आहत है। बेहरा ने कहा कि मैं इस तरह के आरोपों से पूरी तरह से हैरान और आहत हूं। मेरा बेटा और बहू दोनों वयस्क हैं और यह उन पर निर्भर करता है कि वे एक अनुकूल स्थिति में रहना चाहते हैं या नहीं। बेहरा ने आगे कहा कि उनकी बहू उनके परिवार के साथ करीब एक महीना 11 दिन ही रुकी थी। रोनाली के पिता और भाई उसे अपने स्थान पर ले गए। दो साल बाद लगाए गए इस तरह के आरोपों ने निश्चित रूप से हमें चौंका दिया है। परंपरा के अनुसार, हमने उसके परिवार को शादी के दौरान एक चादर के अलावा कोई भी सामान नहीं देने के लिए कहा था। दहेज के सभी आरोप निराधार हैं।
बेहरा ने आगे कहा कि पहले से ही मध्यस्थता की प्रक्रिया चल रही थी और इस तरह के बयानों से उनके परिवार को ठेस पहुंची है।
रोनाली ने कल आरोप लगाया है कि मेरे ससुराल में हर कोई मेरे ससुर की उपस्थिति में मुझे प्रताड़ित करता था। मेरी शादी के बमुश्किल 10 दिन बाद से ही टॉर्चर शुरू हो गया था। मेरे ससुराल वालों ने मुझसे पुराने सोने के गहने लाने को कहा था।
पिता ने जताया बेटी की जान को खतरा
वहीं, रोनाली के पिता गोखा बेहरा ने कहा कि मैंने अपनी बेटी की शादी इस उम्मीद से की थी कि वह वहां खुश रहेगी। लेकिन उसके ससुराल वालों ने शादी के 11 दिन बाद पहले उसे पुराने सोने के गहने लाने को कहा। जब मेरी बेटी ने मना किया, तो वे गाली-गलौज करने लगे और उसे प्रताड़ित करने लगे।
गोखा ने कहा कि मौजूदा हालात में अपनी बेटी को ससुराल में छोड़ना असंभव है, क्योंकि उसकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि आश्वासन मिलने के बाद ही हम इस बारे में सोच सकते हैं।