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बंगाल की खाड़ी में सात मई को बनेगा निम्न दबाव का क्षेत्र
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ओडिशा पर प्रभाव को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं
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निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही पथ और लैंडफॉल की स्थिति होगी साफ
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले भीषण चक्रवाती तूफान मोचा को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती परिसंचरण छह मई को बनेगा तथा सात मई को यह निम्न दबाव का रूप धारण करेगा। इसके अन्य स्थितियां स्पष्ट हो पाएगी।
आईएमडी के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय महापात्र ने आज कहा कि अब तक केवल 6 मई को दक्षिण पूर्व में चक्रवाती परिसंचरण के गठन और 7 मई को निम्न दबाव प्रणाली के विकास के बारे में पूर्वानुमान लगाया गया है।
आठ मई को डिप्रेशन में होगा तब्दील
आईएमडी के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि निम्न दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे 8 मई के आसपास एक डिप्रेशन में केंद्रित हो जाएगा। बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
सभी चक्रवात राज्य को प्रभावित नहीं करते
महापात्र के अनुसार, भले ही ओडिशा गर्मियों के चक्रवातों से ग्रस्त है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी चक्रवात राज्य को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने संभावित चक्रवात और ओडिशा पर इसके प्रभाव के बारे में कोई भविष्यवाणी जारी नहीं की है। कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के बाद हम इसके मार्ग, तीव्रता और अन्य पहलुओं पर सटीक भविष्यवाणी करने की स्थिति में होंगे। महापात्र के अनुसार, आईएमडी द्वारा अब तक किए गए पूर्वानुमान में निरंतरता है।
आईएमडी ने कहा कि सिस्टम लगातार निगरानी में है और नियमित रूप से निगरानी की जा रही है।
तेज हवा चलने की संभावना
निम्न दबाव के गठन के साथ ही 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। 7 मई के बाद से हवा की गति धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी और यह 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच जाएगी। 10 मई के बाद से दक्षिण पूर्व और आसपास की मध्य बंगाल की खाड़ी में हवा की गति 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक होगी।
अशांत रहेगा समुद्र
आईएमडी ने अंडमान सागर और मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के गहरे समुद्र क्षेत्र को लेकर मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान समुद्र अशांत रहेगा। इसलिए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाना चाहिए।
तेज हवाओं के कारण समुद्र की स्थिति अशांत रहेगी। इसलिए मछुआरों, छोटे जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को सलाह दी जाती है कि वे 7 मई से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में और 9 मई से बंगाल की मध्य खाड़ी में प्रवेश न करें।
पर्यटन, अपतटीय गतिविधियों और शिपिंग को लेकर अलर्ट जारी
खराब मौसम की स्थिति के कारण 8-12 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तूफानी मौसम और भारी वर्षा की संभावना है। इसे देखते हुए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर पर्यटन और अपतटीय गतिविधियों और शिपिंग को विनियमित करने की सलाह दी गई है।