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मन की बात के 100वें एपीसोड में स्वर्गीय डी. प्रकाश राव के बारे में की चर्चा
मन की बात में मोदी ने कहा कि एक बार हमने ओडिशा के एक चाय विक्रेता स्वर्गीय डी प्रकाश राव के बारे में चर्चा की, जो गरीब बच्चों को पढ़ाने के मिशन में लगे थे। झारखंड के गांवों में डिजिटल लाइब्रेरी चलाने वाले संजय कश्यप हों, हेमलता एनके, जिन्होंने कई बच्चों की मदद की। कोविद के दौरान ई-लर्निंग में मदद की।
राव कटक में एक चाय की दुकान चलाते थे और कटक में ही अपने प्राथमिक विद्यालय ‘आशा ओ असवासना’ के माध्यम से झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की दिशा में अथक प्रयास कर रहे थे।
डी प्रकाश राव ने साल 2019 में राष्ट्रपति भवन में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान भी ग्रहण किया था। बाद में कटक के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता डी प्रकाश राव का लंबे समय तक कोविद-19 से जूझने के बाद 2021 में निधन हो गया। झुग्गी क्षेत्र में गरीब बच्चों को शिक्षित करने में उनके अथक प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मान्यता प्राप्त करने के बाद राव एक घरेलू नाम बन गए थे।