-
सिर्फ पूजकों को पूजा करने की अनुमति
-
कोरोना को लेकर सजगता
संबलपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर के सभी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा एवं चर्च में पूजा, प्रार्थना एवं नमाज पर पाबंदी लगा दिया है। जिला कार्यालय में हुए विशेष बैठक में डीएम शुभम सक्सेना ने विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों से कोरोना के सिलसिले में बातचीत किया। तत्पश्चात शुक्रवार से सभी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा एवं चर्च में पूजा एवं प्रार्थना बंद हो गई है। बताया जाता है कि बैठक में उपस्थित विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने डीएम के इस फैसले का स्वागत किया और इसमें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। जिला प्रशासन के इस फैसले के बाद अधिष्ठात्री देवी मां समलेश्वरी समेत सभी के सभी देवालय, मस्जिद, चर्च एवं गुरूद्वारा के मुख्य प्रवेश पर ताला लगा दिया गया है। बैठक के दौरान सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि सभी धार्मिक स्थलों पर सिर्फ पूजक, मौलाना एवं पादरी ही रोजाना अपने-अपने अराध्यों की पूजा एवं प्रार्थना करेंगे। उनके अलावा किसी को भी उन धार्मिक स्थलों के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा। लोग अपने घर पर ही अपनी सहूलियतों के हिसाब से पूजा एवं प्रार्थना कर सकेंगे।
डीएम शुभम सक्सेना की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि शहर के सभी धार्मिक संस्थानों के लोगों ने प्रशासनिक फैसले का स्वागत किया है। कोरोना वायरस की भयावता को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। स्थिति स्वाभाविक होते ही पुन: स्वााभाविकता लौटाने का प्रयास किया जाएगा। श्री श्री समलेश्वरी ट्रष्ट बोर्ड के अध्यक्ष संजीव बाबू ने बताया कि प्रशासन के अनुरोध के बाद शुक्रवार से मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया है। आगामी 31 मार्च तक श्रद्धालु मां समलेश्वरी का दर्शन नहीं कर पाएंगे। हलांकि मंदिर के पुजारियों द्वारा देवी की पूजा-अर्चना लगातार की जाती रहेगी। उन्होंने बताया कि आगामी 25 मार्च से चैत्र नवरात आरंभ हो रहा है। इस दौरान विधिवत तरीके से मां की पूजा अर्चना की जाएगी, किन्तु इस कार्य में भी सिर्फ और सिर्फ पुजारी उपस्थित रहेंगे। नवरात्र के अन्य कार्यक्रम इस दौरान स्थगित रहेगा। यहांपर बताते चलें कि समलेश्वरी मंदिर बंद होते ही आसपास के दुकानों में स्वत: बंदी का माहौल बन गया है।