-
कहा-ओबीसी वर्ग के विकास में अवरोध पैदा कर रही है बीजद सरकार
भुवनेश्वर। भाजपा के स्थापना दिवस अर्थात 6 अप्रैल से भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश ओबीसी मोर्चा गांव-गांव व घर-घर चलो अभियान प्रारंभ करेगा। यह अभियान आगामी 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती तक चलेगा। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बीजद सरकार द्वारा राज्य के ओबीसी वर्ग के प्रति अन्याय के बारे में लोगों को जागरुक करेंगे। भाजपा के ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष सूरत विश्वाल ने पार्टी कार्य़ालय में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ओडिशा में 54% जनसंख्या पिछड़े वर्ग से है। उनके विकास के साथ देश की प्रगति निर्भर करता है, लेकिन राज्य सरकार ओबीसी वर्ग को लेकर कतई चिंतित नहीं है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ओबीसी वर्ग के संवैधानिक अधिकारों को छीनने का प्रयास कर रही है। गत पंचायत चुनाव में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समान स्थिति में ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया था, लेकिन ओडिशा सरकार ने जानबूझकर ओबीसी वर्ग के लिए 27% आरक्षण व्यवस्था को लागू नहीं किया। ऐसा कर राज्य सरकार ने उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया है। राज्य सरकार को लग रहा है कि ओडिशा का ओबीसी वर्ग संगठित नहीं है, इस कारण इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा सकते। सरकार की इस धारणा को दूर करने के लिए और राज्य के 54% लोगों में जनजागरण करने हेतु यह गांव-गांव घर-घर अभियान शुरू किया जा रहा है।
विश्वाल ने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने जिस तरह से मोदी पर टिप्पणी की है, उसे राज्य का ओबीसी वर्ग आहत है। कांग्रेस कभी भी ओबीसी वर्ग के लिए संवेदनशील नहीं था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह बयान ओबीसी वर्ग के प्रति उनकी मानसिकता को प्रमाणित करता है।
इस पत्रकार सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश मंत्री पिंकी प्रधान, ओबीसी मोर्चा के महामंत्री ज्ञानेंद्र दुर्गा प्रसाद नायक भी उपस्थित थे।