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एसटीएफ ने मुजफ्फरपुर के मनीष कुमार के ठिकानों पर की छापेमारी
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लगभग 10 लाख रुपये की संदिग्ध नकली दवाएं जब्त
भुवनेश्वर। एसटीएफ (डीईएस) टीम ने नकली ओ2 गोलियां बेचने वाले मुख्य आरोपी की पहचान मुजफ्फरपुर के मनीष कुमार के रूप में की है। यह जानकारी आज यहां एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है। बताया गया है कि एसटीएफ की टीम ने
मुजफ्फरपुर, बिहार के औषधि नियंत्रण अधिकारियों की सहायता से कुमार के घर छारेमाकी ती और वहां से अनधिकृत रूप से स्टॉक की गई लगभग 10 लाख रुपये की संदिग्ध नकली दवाओं को जब्त किया।
हाल ही में कटक में पाई गई नकली ओ2 गोलियां पाई गई थी और इसका लिंक भोपाल से जुड़ा मिला। इसके बाद राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के निर्देशानुसार एसटीएफ (डीईएस) की टीम बनी, जिसमें सहायक औषधि नियंत्रक, कटक सर्कल-I धर्मदेव पुहान, सहायक औषधि नियंत्रक, कटक सर्कल- II तुषार रंजन पाणिग्राही, ड्रग्स इंस्पेक्टर कटक- II हरिप्रिया मल्लिक शामिल हैं। इस टीम ने सबसे पहले भोपाल में जाकर जांच की तो इसका तार बिहार के मुजफ्फरपुर से जुड़ा और वहां जांच की गई तो मुख्य आरोपी मनीष कुमार का पता चला। हालांकि, टीम ने मनीष कुमार फरार हो गया था, लेकिन
टीम यह पता करने में सक्षम रही कि आरोपी ने एक अवैध स्रोत से इस दवा का बड़ा स्टॉक प्राप्त किया था और इसे बिना ड्रग लाइसेंस वाली अन्य फर्मों को आपूर्ति की थी।
टीम ने कटक के पुरीघाट पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों के साथ आरोपी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है और उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।