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वरिष्ठ अधिकारियों के सम्मेलन में राज्य में सड़क, रेलवे, अंतर्देशीय जलमार्ग और नागरिक उड्डयन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पर विचार-विमर्श
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य के हर जिले को रेल से जोड़ने के साथ-साथ परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने का निश्चय किया है। राज्य सरकार के संकल्पों को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के चल रहे सम्मेलन में वाणिज्य और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज राज्य में सड़क, रेलवे, अंतर्देशीय जलमार्ग और नागरिक उड्डयन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पर विचार-विमर्श किया। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नया ओडिशा-सशक्त ओडिशा की कल्पना की है। इसके लिए वाणिज्य एवं परिवहन विभाग को एक अनिवार्य कार्य दिया गया है। इसके तहत सभी ग्राम पंचायतों को स्टेज कैरिज कनेक्टिविटी प्रदान करना होगा। सभी जिलों में रेल कनेक्टिविटी, आसान जीवन और पारदर्शिता के लिए परिवहन विभाग से नागरिक अनुकूल बैंड आईटी सक्षम सेवाएं बनाये रखने, ओडिशा के तटीय गलियारे का बंदरगाह आधारित विकास करना और इसे देश के सबसे मजबूत समुद्री राज्य में से एक बनाना, व्यापक रणनीति और प्रवर्तन के साथ-साथ बहु विभाग का उपयोग, सड़क दुर्घटनाओं और मौतों को कम करने के लिए दृष्टिकोण को अपनाये जाना शामिल है।
विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी ने आज राज्य में विभिन्न क्षेत्रों जैसे सड़क, रेलवे, अंतर्देशीय जलमार्ग और नागरिक उड्डयन के समग्र विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की। उन्होंने जोर दिया कि कनेक्टिंग ओडिशा की थीम के तहत विभाग का उद्देश्य राज्य भर में यात्रियों और वस्तुओं के लिए टिकाऊ, आर्थिक, बहुआयामी और सुरक्षित परिवहन विकल्प प्रदान करना है, ताकि नया ओडिशा-सशक्त ओडिशा बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए सी एंड टी विभाग का बजट लगभग 870 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 61% बढ़कर 1,432 करोड़ तक पहुंच गया है।