भुवनेश्वर. सरकारी व गैरसरकारी अध्यापकों के वेतन में अंतर तथा अनेक माह से गैरसरकारी महाविद्यालयों के अध्यापकों को वेतन न मिलने के मुद्दे को लेकर प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया. शून्यकाल में इस मुद्दे के उठाते हुए प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने कहा कि गैरसरकारी कालेजों में काम करने वाले अध्यापकों को पिछले कई माह से वेतन नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि सरकारी कालेजों में काम करने वाले अध्यापकों क सेवानिवृत्ति के समय जहां 15 लाख रुपये मिलते हैं, वहीं गैरसरकारी कालेजों में काम करने वाले अध्यापकों को केवल पांच लाख रुपये ही मिलते हैं. साथ ही उन्होंने कुछ विभागों में सप्तम वेतन आयोग को लागू न किये जाने को लेकर भी सवाल उठाया.
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