भुवनेश्वर. जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर ओडिशा की पहली निःशुल्क डिजिटल जनजाति पत्रिका “आम जनजाति” का दूसरे साल का पहला अंक जारी किया गया है. मौजूदा कोरोना स्थिति को देखते हुए वर्चुअल मोड में लॉन्च ओर जनजातीय गौरव दिवस का पालन किया गया था. इस अवसर पर मुख्य संपादक एपी शुभकांत ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति समाज की भूमिका पर चर्चा की. आम जनजाति परिवार की ओर से भारत सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में घोषित किए जाने का स्वागत किया गया और इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया गया.
इस अवसर पर प्रकाशित “आम जनजाति” पत्रिका में इंद्रध्वज नीति और ओडरा जनजाति, पूर्वी घाट के तहत ओडिशा के आदिवासी, रक्ततीर्थ की अमृतगाथा, अमर शहीद लक्ष्मण नायक और सौरा लिपि और सोनी सलमा का डिजिटलीकरण और लोक कथाएँ शामिल है. पत्रिका के संपादन में एपी शुभकांत को अंशुमान महाराणा और ओम प्रकाश बिश्वाल ने सहयोग किया है. शाश्वत देवदत्त का चित्र पत्रिका के कवर पर रखा गया है. इस डिजिटल पत्रिका को पत्रिका के वेबसाइट और अंतरराष्ट्रीय मंच म्यागस्तर और गूगल प्ले बुक पर पढ़ा जा सकता है .