संबलपुर/तालचेर: श्री एम नागराजू, आईएएस, भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव, कोयला मंत्रालय ने कहा कि महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोयला उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाली कंपनी बन जायेगी।
तालचेर कोलफील्ड्स दौरे के दौरान कोयला उत्पादन और प्रेषण के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, श्री नागराजू ने उपभोक्ताओं को कोयला उत्पादन और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कंपनी की सराहना की।
श्री नागराजू ने यह भी कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के दौरान “यदि आप ऐसा करने में सक्षम होते हैं तो मुझे विश्वास है कि एमसीएल टीम अवश्य 160-165 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने में अवश्य संक्षम होगी जो कि एमसीएल के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। अतिरिक्त सचिव ने कहा कि कोयला उत्पादन के साथ-साथ मुनाफे के मामले में भी एमसीएल एक नंबर कोयला उत्पादक कंपनी बन जायेगी।
भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव श्री नागराजू के दौरे पर आने पर एमसीएल के निदेशक (तकनीकी / संचालन) श्री ओपी सिंह और निदेशक (कार्मिक) श्री केशव राव ने उनका हार्दिक स्वागत किया।
एमसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक विशेष चर्चा के उपरान्त अतिरिक्त सचिव श्री नागराजू ने लिंगराज साईलो की स्वचालित कोयला परिवहन संचालन और भुवनेश्वरी ओसीपी के कार्य निष्पादन का निरीक्षण किया तथा उन्होंने भारी बारिश के कारण खनन कार्यो पर होने वाले प्रभाव का भी आकलन किया।
झारसुगुडा और सुंदरगढ़ जिला स्थित एमसीएल के ईब कोयलाचंल के महाप्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में भाग लिया।
एमसीएल पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में 148 मिलियन टन का कोयला उत्पादन किया था । चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 163 मिलियन टन कोयले का उत्पादन करने के साथ साथ उपभोक्ताओं को 182 मिलियन टन कोयला भेजने का लक्ष्य रखा गया है।