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एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में फिर इलाज में लापरवाही का आरोप
कटक. एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक बार फिर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है. कुछ दिन पहले दुस्मंत दास की मौत पर हंगामे के बीच एक बार फिर अस्पताल में कथित चिकित्सकीय लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. बताया गया है कि एक व्यक्ति को पैर में गोली लगी थी और उसे यहां बेड नहीं दिया गया. पैर में गोली लगने वाले खिरोद चंद्र साहू के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के अधिकारियों ने उन्हें बिस्तर आवंटित नहीं किया है. इतना ही नहीं आवश्यक उपचार करने से इनकार कर दिया. बताया जाता है कि कंदरपुर क्षेत्र के मूल निवासी साहू को आठ सितंबर को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
रोगी की बेटी प्रज्ञा प्रियदर्शिनी ने आरोप लगाया कि मेरे पिता को तीन दिन पहले उनके बाएं पैर में गोली लगने के कारण अस्पताल लाया गया था. उन्हें बिस्तर आवंटित नहीं किया गया है और गोली अभी भी उसके पैर में है. मेरे बार-बार के प्रयासों के बावजूद न तो पुलिस इस पर गौर कर रही और न ही अस्पताल के अधिकारी इलाज कर रहे हैं. हालांकि, एससीबी अधिकारियों ने कहा कि मरीज को आवश्यक उपचार मुहैया कराया जा रहा है.
एससीबी के आपातकालीन अधिकारी भुवनेश्वरानंद महाराणा ने मीडिया से कहा कि गोली से उनकी नसों या वाहिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचा है. इसके अलाव, क्रैक फैक्ट को सर्जिकल की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने कहा कि गोली निकालने की कोई इमरजेंसी जैसी स्थिति नहीं है. अगर गोली हटा दी जाती है, तो इसे वैकल्पिक रूप से किया जाएगा. रोगी के सुरक्षित प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
बिस्तर का आवंटन न होने पर स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में, एससीबी में रोगियों की संख्या काफी अधिक है. इसलिए कुछ मरीज फर्श पर रहकर इलाज करा रहे हैं.
गौरतलब है कि जगतसिंहपुर के कुजंग निवासी दुस्मंत दास की 8 सितंबर को राज्य विधानसभा के बाहर एक आत्मघाती प्रयास के बाद कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. आरोप है कि एससीबी में अधिकारियों ने इलाज से इनकार कर दिया था, जिससे उनकी मौत हो गयी. पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी ने कहा है कि दुस्मंत दास की मौत की जांच जगतसिंहपुर पुलिस से लेकर कटक पुलिस को स्थानांतरित कर दी गई है.