भुवनेश्वर. राष्ट्रीय वाहन कबाड़ नीति के तहत ओडिशा में भी 15 साल से अधिक पुराने वाहन को स्क्रैप कर दिया जाएगा. यह जानकारी यहां परिवहन मंत्री पद्मनाभ बेहरा ने सोमवार को दी. बेहरा ने बताया कि 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों की पहचान की जा चुकी है और इस संबंध में केंद्र द्वारा औपचारिक दिशा-निर्देश जारी करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा. कथित तौर पर कबाड़ नीति के तहत पुराने वाहनों के कबाड़ पर सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. यह सुनिश्चित करेगा कि अपने वाहनों को स्क्रैप करने वाले लोगों को नए वाहन खरीदने पर छूट मिलेगी और करों में लाभ होगा.
20 साल से पुराने निजी वाहनों और 15 साल से पुराने वाणिज्यिक वाहनों को सरकार द्वारा पंजीकृत ‘ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर’ में फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा. परीक्षण पास करने में विफल होने वाले वाहनों को ‘एंड-ऑफ-लाइफ वाहन’ (ईओएल) के रूप में घोषित किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि वाहन को पुनर्नवीनीकरण करना होगा. इससे पुराने वाहनों के बंद होने का रास्ता साफ हो जाएगा. यदि वाहन परीक्षण पास कर लेता है, तो मालिक को पुन: पंजीकरण के लिए भारी शुल्क का भुगतान करना होगा.
नई नीति के अनुसार, निजी वाहनों के लिए पुन: पंजीकरण शुल्क को लगभग आठ गुना और वाणिज्यिक वाहनों के लिए लगभग 20 गुना तक बढ़ाया जाएगा.