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केवल गंभीर मामलों में ही अस्पताल में किया जाएगा भर्ती
भुवनेश्वर. ओडिशा में कोरोना की तीसरी लहर में अधिकांश संक्रमित बच्चों को होम आइसोलेशन में रखा जायेगा तथा केवल गंभीर मामलों में ही अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. यह जानकारी गुरुवार को जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ निरंजन मिश्र ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों के तहत 3000 बाल चिकित्सा बेड स्थापित करना शुरू कर दिया है. हालांकि केंद्र सरकार के अनुमान के मुताबिक ओडिशा में करीब 600 बाल चिकित्सा बिस्तरों की जरूरत होगी, लेकिन राज्य सरकार ने 3000 बिस्तर लगाने का फैसला किया है.
3000 बेड बच्चों और विभिन्न कोविद अस्पतालों, सरकारी मेडिकल कॉलेजों और जिला मुख्यालय अस्पताल के लिए सुरक्षित होंगे. लगभग 250 बेड इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) या स्टेप डाउन यूनिट (एसडीयू) भी होंगे.