अधिकारी ने कहा कि ईडी पूछताछ के लिए बिरंची की कस्टडी रिमांड हासिल करने की योजना बना रहा है, ताकि उसके लेन-देन के बारे में जानकारी हासिल की जा सके. ओडिशा विजिलेंस ने पिछले दिन उनके आवास, कार्यालय और अन्य परिसरों पर एक साथ छापेमारी के बाद 31 जुलाई को बिरंची को गिरफ्तार किया था. तलाशी के दौरान, भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारियों ने 3.79 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति से संबंधित कागजात का पता लगाया था, जिसमें भुवनेश्वर के नीलाद्री विहार में दो-दो मंजिली इमारतें, राज्य की राजधानी, पुरी और खुर्दा में 14 प्लाट, 56 लाख रुपये की बीमा जमा, 25 लाख रुपये नकद और 60 लाख रुपये के सोने के गहने शामिल थे. इधर, राज्य सरकार ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तारी के बाद कल बिरंची को अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर भेज दिया.
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