Home / Odisha / केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के नये मामले तीसरी लहर के संकेत

केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के नये मामले तीसरी लहर के संकेत

  • डीएमईटी के निदेशक ने किया दावा

  • कहा-हालात पर काबू नहीं पाये तो निश्चित तौर पर हम तीसरी लहर से गुजरेंगे

भुवनेश्वर. चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशक (डीएमईटी) डॉ सीबीके मोहंती ने आज कहा कि केरल और महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों में कोविद के मामलों में तेजी को तीसरी लहर के संकेत के रूप में माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में संक्रमण का ग्राफ काफी ऊपर की ओर है और केरल और महाराष्ट्र की तरह तेजी से बढ़ रहा है. इसलिए मैं कहूंगा कि यह तीसरी लहर का संकेत है. अगर हम इस स्तर पर काबू नहीं पाते हैं, तो निश्चित रूप से हमें तीसरी लहर से गुजरना होगा.
डॉ सीबीके मोहंती से पत्रकारों ने केरल और महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों के परिदृश्य में ओडिशा को लेकर दृषिकोण जानना चाहा, तो डॉ मोहंती ने हैदराबाद और कानपुर में क्रमशः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में शोधकर्ताओं द्वारा किए गए कोविद महामारी की तीसरी लहर के बारे में भविष्यवाणी पर करते हुए कहा कि आज तक, हम कोरोना संक्रमण के ग्राफ को नीचे उतरता देख रहे हैं, लेकिन हमें यह देखना होगा कि क्या तीसरी लहर हमें हिट करने जा रही है. हमें यह भी देखना चाहिए कि शोधकर्ताओं ने कहा है कि तीसरी लहर का ओडिशा में उतना प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा है कि संभावित तीसरी लहर कमजोर होने की उम्मीद है और ओडिशा में इसका प्रभाव बहुत कम होगा.
ओडिशा में तीसरी लहर के कम प्रभाव की संभावना के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब में डीएमईटी ने कहा कि यह विभिन्न कारणों से हो सकता है. लोगों में जागरूकता का स्तर अधिक हो सकता है, वे सख्ती से कोविद का पालन कर सकते हैं, प्रोटोकॉल, टीकाकरण का कुछ प्रभाव हो रहा है, लोग अच्छी मात्रा में एंटीबॉडी विकसित कर रहे हैं और रोकथाम के लिए सरकार द्वारा अपनाई गई रणनीति अधिक सफल हो सकती है.
डॉ मोहंती ने कहा कि महामारियों की कई लहरें होती हैं. अगर तीसरी लहर है तो उसका असर कम होगा, लेकिन हम इससे निपटने के लिए तैयार हैं.

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