भुवनेश्वर. बलांगीर में राजेंद्र विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा यूजीसी अधिनियम की धारा 2 (एफ) के तहत मान्यता मिल गई है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विकास है, जो छात्रों के समग्र विकास और विश्वविद्यालय के सुधार में एक लंबा रास्ता तय करेगा.
प्रधान ने कहा कि बलांगीर की सांसद संगीता सिंहदेव, राज्यसभा सदस्य सुभाष सिंह, मुजीबुल्ला खान, ममता मोहंता और पूर्व लोकसभा सदस्य कलिकेश सिंहदेव ने उन्हें इस बारे में पहले ही अवगत करा दिया था.
उन्होंने कहा कि छात्रों के लाभ के लिए यूजीसी ने यह अहम फैसला लिया है और राजेंद्र विश्वविद्यालय को मान्यता दी है. राजेंद्र विश्वविद्यालय की मान्यता पश्चिमी ओडिशा के छात्रों की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. यह उन्हें हमारी प्रधान मंत्री की नई शिक्षा नीति का लाभ उठाने में मदद करेगा.
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा सदस्य सुभाष सिंह के साथ कुछ अन्य बीजद नेताओं ने प्रधान से मिलकर इसको मान्यता देने की मांग की थी.