पुरी. महाधाम पुरी में 20 जुलाई को होने वाली महाप्रभु श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की घर वापसी बाहुड़ा यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं. भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन गुंडिचा मंदिर में एक सप्ताह के प्रवास के बाद अपने निवास-श्रीमंदिर लौटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
बाहुड़ा यात्रा के दौरान भक्तों की भीड़ को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने आज से सभी होटल, लॉजिंग, सराय और गेस्ट हाउस बंद करने का आदेश दिया है. इनके मालिकों को अपने प्रतिष्ठान के बंद होने की लिखित रिपोर्ट जिला प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है.
इस बीच, पुरी नगरपालिका उन घरों में रहने वाले लोगों की सूची तैयार कर रही है, जो बड़दांड के दोनों ओर स्थित हैं. रथयात्रा की तरह बाहुड़ा यात्रा के दिन भी बड़दांड के किनारे घरों की छतों से देखने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी. ओडिशा सरकार ने सोमवार रात 8 बजे से पुरी शहर में कर्फ्यू लगा दिया है. कर्फ्यू 20 जुलाई को जात्रा की समाप्ति तक जारी रहेगा.
जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने कहा कि रथयात्रा की तरह बाहुड़ा यात्रा के मद्देनजर सोमवार को रात 8 बजे से पुरी में धारा 144 (सीआरपीसी) के तहत निषेधाज्ञा लागू की जाएगी. किसी को भी छतों से बाहुड़ा यात्रा देखने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, बड़दांड में सभी दुकानें, कार्यालय, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और यहां तक कि दवा की दुकानें भी बंद रहेंगी. हालांकि बड़दांड को छोड़कर पुरी शहर में अन्य सभी जगहों पर दवा की दुकानें और ऑप्टिकल स्टोर खुले रहेंगे. इस बीच तीनों रथों को दक्षिण की ओर मोड़ दिया गया है तथा इसमें शामिल होने वाले सभी सेवायतों की आरटीपीसीआर जांच करायी जा रही है. निगेटिव रिपोर्ट वाले ही सेवायतों को इसमें शामिल होने का अवसर मिलेगा.