रांची। चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा पहल के हिस्से के रूप में, एनटीपीसी कोयला खनन मुख्यालय/एनएमएल रांची ने “अर्बन खेती” (अपशिष्ट प्रबंधन और जैविक खेती पर काम करने वाला संगठन) के सहयोग से स्वयंसिद्धा लेडीज क्लब (एसएसएलसी) के सदस्यों के लिए रसोई अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को शहरी कचरे को कम करने, पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण के महत्व से अवगत कराया गया। ऐसा देखा गया है कि जन जागरूकता और बुनियादी ढांचे की कमी के कारण, शहरी समुदायों में रीसाइक्लिंग अभी भी मुख्यधारा की प्रक्रिया नहीं है। पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहतर अपशिष्ट निपटान की आदत को अपनाना समय की मांग है।
इसे ध्यान में रखते हुए, कार्यशाला का आयोजन प्रतिदिन रसोई के कचरे के पुन: उपयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए किया गया था और इसे एक विशेष प्रक्रिया के माध्यम से न्यूनतम प्रयासों के साथ जैविक खाद में कैसे परिवर्तित किया जा सकता है, इसके लिए निश्चित प्रक्रिया का पालन करके दिन-प्रतिदिन के रसोई के कचरे को खाद में परिवर्तित किया जा सकता है,जो कि घरेलू पौधों और पेड़ों की वृद्धि के लिए अच्छा है
कार्यक्रम में एसएसएलसी की अध्यक्ष श्रीमती रेखा जैन और लेडीज क्लब के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री प्रकाश कुमार, श्री विनोद कुमार, मैनेजिंग पार्टनर्स और सबीना परवीन, परियोजना समन्वयक , अर्बन खेती उपस्थित थे।