नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि पहले के मुकाबले आज ‘न्यू इंडिया’ तकनीक का निर्माण स्वदेशी रूप से कर रहा है और उसे देश के कोने-कोने में पहुंचा रहा है। ‘वंदे भारत’ ट्रेन भी भारत ने अपने बलबूते पर बनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा में 8,200 करोड़ रुपये की कई रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित किया। परियोजनाओं में पुरी और हावड़ा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाना, पुरी और कटक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखना, ओडिशा में रेल नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण, संबलपुर-टिटलागढ़ रेल लाइन का दोहरीकरण, अंगुल-सुकिंदा के बीच नई ब्रॉड गेज रेल लाइन, मनोहरपुर-राउरकेला-झारसुगुड़ा-जमगा को जोड़ने वाली तीसरी लाइन और बिछुपाली-झरतरभा के बीच नई ब्रॉड-गेज लाइन शामिल है।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में भारत ने अत्यंत विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपने विकास की गति को बनाए रखा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है कि इस विकास में हर राज्य की भागीदारी है और देश हर राज्य को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कोरोना जैसी महामारी की स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर दुनिया को चौंका दिया था। उन्होंने कहा कि इन सब प्रयासों में समान बात यह है कि सारी सुविधाएं किसी एक शहर या राज्य तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि सबके पास तेजी से पहुंचीं। हमारी ‘वंदे भारत ट्रेनें’ भी अब उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक देश के हर किनारे को स्पर्श करती हैं।
अपने संबोधन में आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों को ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का उपहार मिल रहा है जो आधुनिक और आकांक्षी भारत का प्रतीक है। ‘वंदे भारत’ ट्रेन आधुनिक भारत और आकांक्षी भारतीय दोनों का प्रतीक बन रही है। आज जब ‘वंदे भारत’ एक स्थान से दूसर स्थान पर यात्रा करते हुए गुजरती है तो उसमें भारत की गति और प्रगति दिखाई देती है। यह गति अब ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों में देखी जा सकती है।
आजादी के अमृत काल के दौर का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि अगर देश पूरी तरह एकजुट रहे तो देश की सामूहिक क्षमताएं शिखर पर पहुंच सकती हैं। उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ऐसे ही विश्वास का प्रतिबिंब है, जहां यह ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए देश के विकास का इंजन बन रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारतीय रेल सभी को एक सूत्र में जोड़ती है और एक सूत्र में पिरोती है। वंदे भारत एक्सप्रेस भी इसी सोच और सोच के साथ आगे बढ़ेगी।” उन्होंने आगे कहा कि ट्रेन पुरी और हावड़ा के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध को मजबूत करेगी। देश के विभिन्न राज्यों में पंद्रह वंदे भारत ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं जो देश की अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास की इस नीति का लाभ उन राज्यों को मिल रहा है, जो विकास में पिछड़ गए हैं। ओडिशा में रेल योजनाओं के बजट में काफी वृद्धि हुई है। 2014 से पहले 10 साल में राज्य में सालाना सिर्फ 20 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाई जाती थी, जबकि साल 2022-23 में महज एक साल में 120 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई गई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा देश के उन राज्यों में एक है, जहां रेल लाइनों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हासिल किया गया है। पश्चिम बंगाल में समान उपलब्धि हासिल करने के लिए काम तेज गति से चल रहा है। इससे ट्रेनों की गति में समग्र वृद्धि हुई है और मालगाड़ियों का समय भी बचा है।
विकास पहल पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने पीएम सौभाग्य योजना का उदाहरण दिया, जहां सरकार ने ओडिशा में लगभग 25 लाख घरों और पश्चिम बंगाल में 7.25 लाख घरों सहित 2.5 करोड़ से अधिक परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन प्रदान किए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के तीव्र विकास के लिए देश के सभी राज्यों का संतुलित विकास अति आवश्यक है। उन्होंने देश के इस प्रयास पर प्रकाश डाला कि कोई भी राज्य संसाधनों की कमी के कारण विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहिए।
आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए पूरा ध्यान दे रही है कि ओडिशा प्राकृतिक आपदाओं का सफलतापूर्वक मुकाबला कर सके। सरकार ने आपदा प्रबंधन और एनडीआरएफ के लिए राज्य को आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक प्रदान किए हैं।
साभार -हिस