श्रीनगर, भारतीय सैन्य बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित राइफलमैन औरंगजेब ने एक ऑपरेशन में अपनी टीम के साथ तीन आतंकवादियों का सफाया किया था। वह कई आतंक विरोधी अभियानों में शामिल रहे थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री की 44वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स के राइफलमैन औरंगज़ब को मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया है। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एक अभियान के दौरान उन्होंने एक घायल सैनिक को निकाला और अपनी टीम के साथ तीन आतंकवादियों का सफाया किया था। वह कई आतंक विरोधी अभियानों में शामिल रहे थे।
इसके बाद राइफलमैन औरंगजेब का 14 जून, 2018 को आतंकियों ने अपहरण कर लिया था और बाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। आतंकियों ने इस वारदात को तब अंजाम दिया, जब वह शोपियां जिले के शादीपोरा से एक निजी वाहन में अपने गांव पुंछ में एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे। राइफलमैन औरंगजेब आतंकियों के निशाने पर थे, क्योंकि वह घाटी में चलाए जा रहे आतंकरोधी अभियानों का ज्यादातर हिस्सा रहे थे।
साभार -हिस