विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री की यात्रा से दोनों देशों के रणनीतिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, शैक्षणिक, आर्थिक सहयोग के लिए नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित होंगे। इससे भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी में अगले चरण की शुरुआत होगी।
मंत्रालय के अनुसार भारत और फ्रांस शांति और सुरक्षा को लेकर एक साझा दृष्टिकोण रखते हैं। यह ऐतिहासिक यात्रा जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता को रही हानि और सतत विकास लक्ष्यों की उपलब्धि सहित वर्तमान प्रमुख चुनौतियों का जवाब देने के लिए आम पहल भी करेगी। यह भारत और फ्रांस के लिए बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक अवसर होगा।
साभार -हिस