नई दिल्ली, मणिपुर में मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा को लेकर बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम काफी चिंतित हैं। मणिपुर राज्य में ये सब होते देख भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद मांगी है।
मैरी कॉम ने ट्वीट करके कहा कि अभी हालात बहुत खराब हैं। इसलिए वह अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से इसके लिए कदम उठाने और राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस हिंसा में कुछ लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया।
मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को रैली का आयोजन हुआ था। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने इस रैली का आयोजन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की है। रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान तोरबंग इलाके में आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई। इसके बाद कई और जिलों में भी हिंसा होने की खबरें आईं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए बॉक्सर मैरी कॉम ने मांगी केन्द्र सरकार से मदद
नई दिल्ली, 4 मई (हि.स.)।मणिपुर में मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा को लेकर बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम काफी चिंतित हैं। मणिपुर राज्य में ये सब होते देख भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद मांगी है।
मैरी कॉम ने ट्वीट करके कहा कि अभी हालात बहुत खराब हैं। इसलिए वह अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से इसके लिए कदम उठाने और राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस हिंसा में कुछ लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया।
मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को रैली का आयोजन हुआ था। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने इस रैली का आयोजन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की है। रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान तोरबंग इलाके में आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई। इसके बाद कई और जिलों में भी हिंसा होने की खबरें आईं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
साभार -हिस