कोलकाता, आसनसोल स्थित काजी नजरूल विश्वविद्यालय की बांग्लादेशी छात्रा पर हमला करने के मामले में राज्य महिला आयोग ने आरोपित को जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। महिला आयोग की अध्यक्ष लीना गांगुली ने बताया है कि हम चाहते हैं कि आरोपित की जल्द गिरफ्तारी हो।
गत बुधवार को बांग्लादेशी छात्रा जब सुबह के समय खाना खाने के लिए घर से निकली थी तो बाइक सवार दो लोगों ने उसे टक्कर मार दी थी। छात्रा गिरकर घायल हो गई थी। दोनों हमलावरों ने मोबाइल छीन कर कुछ फोटो-वीडियो मिटा दिए थे। आरोप विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग के शिक्षक पर है। दावा है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे।
इस बीच महिला आयोग के दो प्रतिनिधि शनिवार को दुर्गापुर स्थित विश्वविद्यालय के छात्रावास में गए थे और पीड़ित छात्रा समेत सभी पक्षों से बात की थी।
इस संबंध में रविवार को महिला आयोग की अध्यक्ष लीना गांगुली ने बताया कि हमारे दो प्रतिनिधियों ने पीड़िता से बात की है और विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी बातचीत की है। संबंधित दस्तावेजों की जांच हुई है। हम चाहते हैं कि तत्काल आरोपित की गिरफ्तारी हो। बैठक में पुलिस प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया था। उन्हें कह दिया गया है कि तत्काल कदम उठाया जाए। विश्वविद्यालय पर भी लापरवाही के आरोप लगे हैं इसीलिए आयोग की ओर से उन्हें भी पत्र लिखकर जवाब मांगा जाएगा। इसे गंभीरता से देखा जा रहा है।
विश्वविद्यालय की लापरवाही के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मानसिक दबाव में पीड़ित छात्रा ने हाल ही में ढेर सारी पैरासिटामोल गोली खाकर खुदकुशी की कोशिश की थी। फोन पर उसने बांग्ला शिक्षक, जिस पर हत्या की कोशिश का आरोप है उसे यह बात बताई थी। जिसके बाद देर रात को वह शिक्षक छात्रावास आया था और उसे नर्सिंग होम में भर्ती भी कराया था और तड़के 4:00 बजे वापस छात्रावास में पहुंचा गया था। ऐसे में छात्रावास की सुरक्षा व्यवस्था अपने आप में सवालों के घेरे में है। दूसरी ओर आरोपित शिक्षक फरार है। विश्वविद्यालय की ओर से बताया जा रहा है कि वह तीन दिनों की छुट्टी पर है। उसके बाद से लगातार अनुपस्थित है लेकिन विश्वविद्यालय ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस संबंध में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार चंदन कोनार ने कहा कि आरोपित शिक्षक को कोई छुट्टी नहीं दी गई है। फिलहाल राज्य सरकार की निर्देशिका के मुताबिक विश्वविद्यालय में छुट्टी चल रही है। सोमवार से एक बार फिर विश्वविद्यालय खुल जाएगा और जो भी अनुपस्थित रहेंगे निश्चित तौर पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ संध्या चक्रवर्ती ने बताया कि 30 मार्च को पैरासिटामोल खाने की घटना घटी है लेकिन इस बारे में हम लोगों को जानकारी नहीं है। लेडीज हॉस्टल में हर समय सुरक्षा रहती है। हॉस्टल सुपरिटेंडेंट से बात हुई है। उन्होंने बताया है कि जब उसने पैरासिटामोल खाया था तो सुरक्षाकर्मी ही उसे अपने साथ लेकर गया था। हालांकि आरोपित भी साथ गया था।
साभार -हिस