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बालेश्वर जिले के पानीसंधा गांव में हुआ था जन्म
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उनके भाई पूर्णचंद्र गिरि ने किया दावा
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कहा-उनके भाई ने अज्ञात कारणों से 52 साल पहले छोड़ा था घर और राज्य
बालेश्वर. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. दावा किया जा रहा है कि वह ओडिशा के बेटा थे और उनका जन्म बालेश्वर जिले के भोगराई प्रखंड के पानीसंधा गांव में हुआ था. यह दावा किया है दिवंगत गिरि के तथाकथित भाई पूर्णचंद्र गिरि ने. उन्होंने एक स्थानीय मीडिया से दावा किया है कि नरेंद्र गिरि ने 52 साल पहले अज्ञात कारणों से घर और राज्य छोड़ दिया था और तब से वह दूर थे. उनके माता-पिता सनातन गिरि और राममणि गिरि थे.
पूर्णचंद्र ने बताया कि प्रयागराज के बाघंबरी मठ के प्रमुख नरेंद्र गिरि 10 साल पहले घर आए थे. इस मठ में महंत बनने से पहले वह यहां आए थे और उत्तर प्रदेश लौटते समय उन्होंने कहा था कि वह कभी भी बालेश्वर वापस नहीं आएंगे. उस अवधि के दौरान गिरि 15 दिनों तक अपने घर में रहे. पूर्णचंद्र ने कहा कि मेरे भाई के सिर पर गहरे घाव का निशान था.
उल्लेखनीय है कि गिरि 20 सितंबर को बाघंबरी मठ में अपने कमरे में मृत पाए गए थे. साधु की मौत की जांच सीबीआई और यूपी पुलिस कर रही है.