भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिन से अपनी मागों को लेकर हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार दोपहर बाद अपनी हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी । गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) डीन और कॉलेज काउंसिल से हुई बातचीत के बाद बनी आपसी सहमति और मांगें पूरी होने के आश्वासन पर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ली है ।
इस संबंध में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) के अध्यक्ष डॉ.. हरीश पाठक ने बताया कि कॉलेज मैनेजमेंट ने सभी कार्रवाई वापस लेने का वादा किया है। जिसके बाद हमने काम पर लौटने के लिए अपनी सहमति दे दी। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्हें डीन और कॉलेज काउंसिल की तरफ से लिखित में दिया गया है । जिसमें कि साफ लिखा गया है कि हमारे तीन पदाधिकारियों के विरुद्ध लिए गए एक्शन और उनके एडिशनल रजिस्ट्रेशन को कॉलेज काउंसिल होल्ड पर रखने को खारिज करते हुए मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल में अपनी बात भेजेंगी। वहीं, हड़ताल अवधि को लीव स्वीकार्य किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जूनियर डॉक्टरों की एक हड़ताल जुलाई माह में की गई थी जिसमें कि शामिल डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन होल्ड करने के आदेश सरकार की ओर से दे दिए गए थे, जिन्हें अब तक वापिस नहीं लिया गया था, इसी को वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार से हड़ताल शुरू हुई थी । जिसमें कि पहले दिन हड़ताली डॉक्टरों ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की शव यात्रा निकाली थी, इसके अलावा अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। पहले सरकार झुकने को तैयार नहीं थी, गांधी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के 22 पदाधिकारियों को हॉस्टल खाली करने के नोटिस तक जारी कर दिए।
फिर एस्मा के तहत एफआईआर कराने की चेतावनी तक सरकार की ओर से दी गई थी। किंतु इसके बाद भी ये डॉक्टर टस से मस नहीं हुए और अपनी मांगों पर अड़े रहे। लेकिन जब इस कारण से अस्पतालों में मरीज परेशान होने लगे तो सरकार ने भी बीच का रास्ता निकालने के लिए प्रयास शुरू किए, जिसमें कि आज बातचीत सकारात्मक रही और दोपहर बाद हड़ताल वापस लेने की घोषणा जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) की आरे से कर दी गई।
साभार –हिस