चंडीगढ़ , शहर के सबसे व्यस्त ट्रांसपोर्ट चौक पर एयर प्यूरीफिकेशन टावर अब शुरू हो गया है। इसे लगाने वाली कंपनी पायस एयर प्राइवेट का दावा है कि यह देश का सबसे ऊंचा फिल्टर लेस एयर प्यूरीफिकेशन टावर है। इस टावर में जो टेक्नोलाजी इस्तेमाल की गई है, उसके बेहतरीन नतीजे सामने आए हैं। मंगलवार को इसका विधिवत उद्घाटन कर दिया गया है।
चंडीगढ़ में लगा एयर प्यूरीफायर टावर 18 घंटे में 3.88 करोड़ क्यूबिक फीट हवा साफ करता है। यह जो हवा अंदर खींचता है, उसमें प्रदूषण की मात्रा 68 से 74 फीसद तक कम कर वापस वातावरण में छोड़ता है। इस हवा का तापमान भी 7 से 10 डिग्री होता है। यही प्रक्रिया बार-बार चलती है। इससे प्रदूषण तो घटता ही है, साथ ही मौसम भी ठंडा होता है।
ट्रायल में सामने आया है कि जो हवा यह अंदर खींच रहा है और फिर उसे साफ कर वापस छोड़ रहा है, उसके तापमान में 7 से 10 डिग्री का अंतर है। टावर पर लगी डिजिटल डिस्प्ले पर इनटेक और बाहर निकलने वाली हवा की रियल टाइम डाटा को भी डिस्प्ले किया जा रहा है। इसमें किस केटेगरी का प्रदूषण कितना कम हो रहा है यह भी दिखता है।
फिल्टर साफ करने की जरूरत नहीं –
इसमें जो टेक्नोलाजी इस्तेमाल की गई है, वह और किसी टावर में नहीं की गई। बाकायदा इसका पेटेंट कंपनी के पास है। इसकी ऊंचाई 25 मीटर है। इसमें फिल्टर नहीं होने से बार-बार उन्हें साफ करने की जरूरत नहीं रहती। यह इसकी सबसे बड़ी खासियत भी है। फैन की मदद से यह पीएम 2.5, पीएम 10 जैसे और प्रदूषण के कणों को साफ करता है
यहां भी लगेंगे ऐसे टावर-
इसके अलावा इस तरह के टावर के लिए ट्रिब्यून चौक, सेक्टर-17 प्लाजा, प्रेस चौक, हाउसिंग बोर्ड चौक, इंडस्ट्रियल एरिया, जेडब्ल्यू मेरियट चौक सहित अन्य लोकेशन में लगाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि एक बार दोबारा सर्वे कर लिया जाएगा जो लोकेशन ऐसी लगेंगी उन्हें शामिल कर लिया जाएगा। यह सभी ऐसी लोकेशन हैं जहां वाहनों और लोगों की आवाजाही सबसे अधिक रहती है। इसलिए प्रदूषण का स्तर भी अधिक होता है।
साभार –हिस