ॐ हनु हनुमते नमः
दिनांक 31 अगस्त 2021
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2078 (गुजरात – 2077)
शक संवत – 1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – श्रावण)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – नवमी 31 सितम्बर प्रातः 04:23 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र – रोहिणी सुबह 09:44 तक तत्पश्चात मॄगशिरा
योग – हर्षण सुबह 08:49 तक तत्पश्चात वज्र
राहुकाल – शाम 03:47 से शाम 05:21 तक
सूर्योदय – 06:23
सूर्यास्त – 18:54
जिलेवार अंतर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे हो सकता है
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – नंद महोत्सव, गोगा नवमी, मंगलागौरी पूजन
विशेष – नवमी को लौकी खाना मना होता है
हिन्दू पंचांग
बरकत लाने की सरल कुंजियाँ
बाजार भाव अचानक बढ़ने-घटने से, मंदी की वजह से या अन्य कारणों से कईयों का धंधा बढ़ नहीं पाता। ऐसे में आपके काम-धंधे में भी बरकत का खयाल रखते हुए कुछ सरल उपाय प्रस्तुत कर रही है।
➡ ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने व पूजा- स्थान पर गंगाजल रखने से बरकत होती है।
➡ दुकान में बिक्री कम होती हो तो कनेर का फूल घिस के उसका ललाट पर तिलक करके दुकान पर जायें तो ग्राहकी बढ़ेगी।
➡ रोज भोजन से पूर्व गोग्रास निकालकर गाय को खिलाने से सुख-समृद्धि व मान-सम्मान की वृद्धि होती है।
➡ ईमानदारी से व्यवहार करें। ईमानदारी से उपार्जित किया हुआ धन स्थायी रहता है।
1. कइयों को सिर में दर्द रहता है तो क्या करें? – देशी गाय के घी में कपूर घिस के माथे पर थोड़ा लगा लें व जरा सूँघे तो पित्तजन्य सिरदर्द छू।
2. जिन बच्चों को सर्दी हो जाती है, नाक बहती रहती है – उन्हें सुबह खाली पेट थोड़ा गुनगुना पानी पिलाओ दो–पाँच–दस दिन। नाक बहने की तकलीफ, सर्दी, खाँसी भाग जायेगी।
दूसरा भी उपाय है – १० ग्राम लहसुन कूट के उसकी चटनी बना लों और उसमें ५० ग्राम शहद मिला दो। इसे सर्दियों में या ऋतु-परिवर्तन के दिनों में जब खाँसी आये या नाक बहे, बच्चों की भूख कम हो जाय तो बालक की उम्र के हिसाब से एक-दो ग्राम से लेकर पाँच–सात–दस ग्राम तक चटायें। इससे भूख खुलकर लगेगी, सर्दी भाग जायेगी, नाक बहना भी ठीक हो जायेगा।
ग्रहदोष व ग्रहबाधा निवारण हेतु
ग्रहदोष और ग्रहबाधा जिनको भी लगी हो, वे अपने घर में ९ अंगुल लम्बा कुमकुम का स्वस्तिक बना दें तो ग्रहबाधा की जो भी समस्याएँ हैं, दूर हो जायेंगी।
पंचक
: 18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक
एकादशी
सितंबर 2021: एकादशी व्रत
03 सितंबर: अजा एकादशी
17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी
प्रदोष
सितंबर 2021: प्रदोष व्रत
04 सितंबर: शनि प्रदोष
18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत
पूर्णिमा
20 सितंबर सोमवार भाद्रपद
अमावस्या
07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या
आज जिनका जन्मदिन है उनको बहुत-बहुत शुभकामनाएं
दिनांक 31 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं।
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31,
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57,
शुभ वर्ष : 2031, 2040 2060,
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान,
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा,
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी।
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