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कोल्हापुर में एनडीआरएफ की दो टीमं राहत एवं बचाव में जुटीं
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मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा- बाढ़ पीड़ितों को शीघ्र मदद पहुंचाएं
राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिलाधिकारियों से चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी कीमत पर राज्य के बाढ पीड़ितों को बचाया जाना जरूरी है। भले ही इसके लिए हेलीकाफ्टर ही क्यों न उपयोग में लगाना पड़े। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित जिलों में तत्काल हर तरह की मदद मुहैया करवाने का आदेश जारी किया है।
महाराष्ट्र के कई इलाकों में शनिवार शाम से ही रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से ठाणे, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर आदि जिलों में नदियों का पानी शहरों में घुस गया है। कोल्हापुर में पंचगंगा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। पंचगंगा नदी का पानी कोल्हापुर शहर एवं शिरोल में लोगों के घरों में घुस गया है। पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ गया है। यहां कई गांव चारों तरफ पानी से घिर गए हैं। जिला प्रशासन यहां बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद कर रहा है। मुंबई से राज्य सरकार ने एनडीआरएफ और नौसेना की टीम को घटनास्थल पर भेजा है। यहां एनडीआरएफ और नौसेना की टीम राहत एवं बचाव अभियान में जुटी हुई हैं।
रत्नागिरी जिले में बारिश का पानी शहर में घुस गया है। सिंधुदुर्ग जिले में भी कई नदी-नाले उफान पर हैं। इसके कारण जिले में बाढ़ आ गई है। चिपलुन शहर में बारिश का पानी घरों और दुकानों में घुस गया है। इसी तरह कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। यहां नौसेना की टीम लोगों का बचाने का प्रयास कर रही है। इसी तरह कल्याण, बदलापुर, बांगनी में भी उल्हास नदी एवं बालधुनि नदी का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। यहां भी प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव का काम जारी है।
साभार – हिस