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महाचक्रवात अंफान ने बालेश्वर के सभी प्रखंडों में मचायी बर्बादी

  • अनगिनत पेड़-पौधे गिरने एवं कच्चे घर भी हुए धराशाई

  • धान एवं सब्जियों की फसल को भी भारी नुकसान

  • करीब 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया

  • विद्युत विभाग के 250 कर्मचारी सेवा बहाल करने में लगे एनडीआरएफ एवं ओड्राफ को भी काम में लगाया गया

गोविंद राठी, बालेश्वर

बंगाल की खाड़ी में उठे महाचक्रवर्ती तूफान अंफान ने भले ही अपना लैंडफॉल पश्चिम बंगाल के दीघा में किया, मगर राज्य के जिन जिलों के तटीय इलाकों से यह गुजरा वहां काफी नुकसान देखने को मिला है. बालेश्वर जिले के तटीय अंचल से गुजरने के दौरान चक्रवात अंफान ने भयंकर रूप धारण कर तांडव मचाया. इस दौरान जिले में हवा कि गति 100 कीमी प्रती घंटे तक नापी गयी.

सोरो में तीन घायल

जिले के सोरो अंचल में एक घर के ऊपर पेड़ के गिर जाने से तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सोरों नपा के पठान मोहल्ला अंचल में एक टीन के घर के ऊपर तीन पेड़ गिर जाने से उसके अंदर मौजूद तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायल लोगों को सोरो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

नीलगिरि उपखंड भी प्रभावित

ठीक इसी तरह जिले के नीलगिरि उपखंड में भी चक्रवात तूफान का प्रभाव विभिन्न जगह देखने को मिला. यहां छोटे-बड़े काफी पेड़ उखड़ कर गिर गए हैं. नीलगिरि-मित्रपुर मुख्य रास्ता, शेरगढ़ रास्ता एवं शहर में मौजूद अनेक बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गये हैं. जिले के विभिन्न जगह पर घरों के ऊपर पेड़ गिरने से घरों को नुकसान पहुंचने की खबर प्राप्त हुई है. सोन नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में आतंक का माहौल छा गया है.

औपदा ब्लॉक में भी तबाही

इसी तरह औपदा ब्लॉक के बड़ापोखरी एवं अघिरापदा अंचल में भी काफी कच्चे घरों पर बड़े-बड़े पेड़ गिरे देखा गया है. नीलगिरि उपजिलाधिकारी के निवास में बड़े-बड़े चार पेड़ गिरने की सूचना मिली है. उधर मुख्य रास्तों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए एनडीआरएफ एवं ओड्राफ को काम में लगा दिया गया है. शहर के पुलिस लाइन रोड, बस स्टैंड, ओटी रोड अंचलों से पहले गिरे पेड़ों को इन टीम के सदस्यों ने काटना शुरू कर दिया है.

तीन बजे तक सबसे ज्यादा प्रभाव, 120 किलोमीटर तक बही हवा

उधर महाचक्रवात तूफान का तांडव सबसे ज्यादा तीन बजे तक देखने को मिला. विशेषकर जिले में मंगलवार रात से लगातार वर्षा एवं हवा जारी रही, जो आज दोपहर के तीन बजे तक देखने को मिला था. सबसे ज्यादा उत्तर बालेश्वर के बलियापाल, भोगराई एवं जलेश्वर में इसका प्रभाव देखने को मिला है. प्रायः 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यहां हवा देखने को मिली थी. इस अंचल के अनेक मिट्टी के घर धराशाई हो गए हैं एवं अनेक जगहों पर पेड़ भी गिर जाने के साथ-साथ विद्युत सेवा भी प्रभावित हुई है.

तालसारी समुद्र तट पर 20 फीट ऊंची तक लहरें

इस चक्रवात का सबसे ज्यादा असर भोगराई ब्लॉक में देखने को मिला है. यहां के तालसारी समुद्र तट पर 20 फीट ऊंची तक लहरें उठीं. सुवर्णपुर द्वीप में फंसे 10 मछुआरों को मेराइन पुलिस मे इन एवं प्रशासन की तरफ से बचाया गया.

तीन लाख लोगों के प्रभावित होने की संभावना

तेज हवाओं के कारण 50 से ज्यादा पंचायत के तीन लाख लोगों के प्रभावित होने का आकलन किया जा रहा है. आज दिन के 12 बजे से हवा की रफ्तार बढ़ने लगी एवं समुद्र कि लहरें तट पर आने से 10 पंचायतों में समुद्र का नमकीन पानी घुस आया. प्रशासन की तरफ से समुद्र के तटवर्ती इलाकों के 10 पंचायत के करीब पांच हजार लोगों को 9 साइक्लोन आश्रय स्थल एवं स्कूलों में स्थानांतरित किया गया.

उसी प्रकार बाकी 40 पंचायत में भी काफी नुकसान हुआ है एवं यहां के 8 हजार से ज्यादा लोगों को 9 साइक्लोन आश्रय स्थल एवं 153 स्कूलों में स्थानांतरित किया गया है. नोडल ऑफिसर के रूप में पीडी डीआरजीए रामचंद्र जेना उपस्थित होकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा ले रहे थे. इसी प्रकार विद्युत विभाग के छह अधिकारियों के नेतृत्व में 16 टीमों का गठनकर करीब 250 कर्मचारी चक्रवात से प्रभावित हुए विद्युत सेवा की मरम्मती में लगे हुए हैं.

जलेश्वर भी में काफी तबाही

जलेश्वर अंचल में भी तेज हवाओं से काफी घर धराशाई हो गए हैं एवं लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया गया है. उधर, बारिश एवं हवा के कारण धान की फसल सहित सब्जियों की फसल को भी काफी नुकसान होने की सूचना मिली है. इसके अलावा जिन केंद्रों में प्रवासी ओड़िया लोगों को रखा गया है, वहां भी बारिश के कारण काफी मुश्किलों होने का आरोप उठे हैं.

बालियापाल ब्लॉक में भी भारी नुकसान

बालियापाल ब्लॉक में भी भारी मात्रा में नुकसान होने की सूचना है. धान, पान एवं सब्जियों की खेती को काफी नुकसान हुआ है एवं चक्रवात के हवा एवं बारिश से यहां भी अनेक घर एवं पेड धराशाई हो गए हैं.   निचले अंचल में रह रहे लोगों को प्रशासन की तरफ से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है. जिले के बहानागा, बालेश्वर, रेमुणा सहित नीलगिरी, बस्ता, खईरा अंचल में भी काफी नुकसान होने की सूचना मिली है. बाहनगा स्थित गोपालपुर एवं बालेश्वर के चांदीपुर समुद्र तट के अंचल में हवा की रफ्तार 90 किलोमीटर के ऊपर होने की सूचना मिली. इन अंचलों के प्राय 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का भी पालन किया जा रहा है.

चांदीपुर में जंगल को नुकसान

चांदीपुर एवं बाहबलपुर अंचल में तेज हवाओं के कारण झांऊ जगल को काफी नुकसान पहुंचा है. उधर, शहर में एवं जिले के सभी इलाकों में मंगलवार रात से विद्युत सेवा पूरी तरह से प्रभावित हुई है. जिला जरूरी कालीन कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार, शाम 5 बजे के बाद जिले में चक्रवात का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लग जाएगा. परिस्थिति को नजर में रखते हुए पूरे जिले के विभिन्न ब्लॉक से 50 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित किया जा चुका है.

मौत की खबर नहीं

प्रशासन और लोगों की जागरुकता के कारण खबर लिखे जाने तक बालेश्वर जिले में किसी की मौत होने की खबर नहीं है.

 

 

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