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चालकों की अनिश्चितकालीन राज्यव्यापी हड़ताल से आपूर्ति सेवाएं चरमाई

  • जनजीवन के साथ-साथ आवश्यक वस्तुओं और विशेष रूप से ईंधन की आपूर्ति प्रभावित

  •  आंदोलनकारियों की मारपीट पर भड़का स्मार्ट सिटी ऑनलाइन ऑटो एसोसिएशन

  • ऑटो-रिक्शा और कैब वाहन भी सड़कों पर नहीं उतरे

भुवनेश्वर। अपनी 10 सूत्री मांगों के समर्थन में चालक एकता महामंच के सदस्यों की अनिश्चितकालीन राज्यव्यापी हड़ताल गुरुवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गई। हड़ताल से पहले ही लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं और विशेष रूप से ईंधन की आपूर्ति प्रभावित हो चुकी है। राजधानी में आज ऑटो रिक्शा भी नहीं के बराबर दिखे।

भुवनेश्वर में बुधवार को कई स्थानों पर आंदोलनकारी बस चालकों ने ऑटो चालकों की पिटाई कर दी थी, जिसके विरोध में स्मार्ट सिटी ऑनलाइन ऑटो एसोसिएशन के सदस्यों के ऑटो-रिक्शा सड़कों पर नहीं उतरे। इससे आज स्थिति और खराब हो गई। ऑटो रिक्शा चालकों का आरोप है कि हड़ताल में शामिल नहीं होने पर महामंच सदस्यों ने उनके साथ मारपीट की और उनका अपमान किया।

बस चालकों को पोस्टर, बैनर और तख्तियों के साथ मुख्य सड़कों और महत्वपूर्ण यातायात चौराहों पर धरना देते देखा गया। उन्होंने सार्वजनिक परिवहन के अन्य वाहनों के चालकों से अपील की कि वे हड़ताल का समर्थन करें और जब तक सरकार महामंच की मांगें नहीं मान लेती, तब तक अपने वाहनों को नहीं चलाएं। हालांकि आज राज्य के किसी भी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।

वाहनों की हड़ताल के कारण राज्य में विभिन्न स्थानों पर यात्री फंसे देखे गए। बसें, ओला-राइड कैब और ऑटो-रिक्शा की कमी के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्य से गुजरने वाले विभिन्न राजमार्गों पर विभिन्न बिंदुओं पर ईंधन ले जा रहे कई टैंकरों को फंसे देखा गया। आशंका जताई जा रही है कि अगर हड़ताल जल्दी खत्म नहीं हुई तो इससे ओडिशा के बाहर से आने वाले ईंधन और खाद्य सामग्री का संकट पैदा हो सकता है।

इधर, निजी बस मालिकों के संघ ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया था कि वे हमेशा की तरह अपने वाहनों को चलाएंगे, लेकिन बस चालकों की हड़ताल के कारण उनके वाहन गैरेज में ही पड़े रहे।

10,000 से अधिक ऑटो और टैक्सी ने हड़ताल में भाग लिया

इससे पहले आज सुबह भुवनेश्वर और कुछ अन्य स्थानों पर ऑटो रिक्शा और कैब सड़कों पर नहीं उतरे। एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि राज्य की राजधानी में 10,000 से अधिक ऑटो-रिक्शा और टैक्सी चालकों ने हड़ताल में भाग लिया। कटक और पुरी सहित अन्य शहरों में भी ऑटो चालकों ने कथित अपमान के विरोध में अपना परिचालन बंद कर दिया।

स्मार्ट सिटी ऑनलाइन ऑटो रिक्शा चालक संघ के हड़ताली सदस्यों ने विभिन्न स्थानों पर तख्तियां और बैनर लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने चालक एकता महासंघ के खिलाफ नारेबाजी भी की।

पुलिस के साथ बातचीत के बाद ऑटो हड़ताल खत्म

स्मार्ट सिटी ऑनलाइन ऑटो-रिक्शा ड्राइवर्स एसोसिएशन ने आज वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद अपनी हड़ताल खत्म कर दी। स्मार्ट सिटी ऑनलाइन ऑटो-रिक्शा ड्राइवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीनबंधु नायक ने कहा कि राजधानी शहर और कुछ अन्य स्थानों पर ऑटो-रिक्शा और कैब चालकों ने पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी के साथ बातचीत के बाद अपनी हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है। अब एसोसिएशन के सदस्य अपने-अपने थानों में शिकायत दर्ज कराएंगे, जहां उन्हें अपमान और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है।

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