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गलत जांच रिपोर्ट पर कैंसर के ऑपरेशन में महिला ने अंग खोया

  •  पीड़िता की हालत गंभीर, रिश्तेदारों ने एससीबी पर लापरवाही का लगाया आरोप

  •  अस्पताल अधीक्षक से की शिकायत

भुवनेश्वर. कटक में पैथोलॉजी की गलत रिपोर्टे के कारण कैंसर के हुए ऑपरेशन में एक महिला को अपने शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग खो देना पड़ा है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
यह आरोप कटक एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से सामने आया है. पीड़िता के रिश्तेदार द्वारा एससीबी अधीक्षक से की गयी शिकायत के अनुसार, ढेंकानाल की एक महिला के स्तन में शिष्ट होने के बाद उसे एससीबी में भर्ती कराया गया था. उसके बाद सर्जरी विभाग में उसका ऑपरेशन किया गया और आगे के सत्यापन के लिए शिष्ट का नमूना पैथोलॉजी भेजा गया. पैथोलॉजी विभाग की रिपोर्ट ने पुष्टि की कि महिला कैंसर से पीड़ित है.
इसके बाद मरीज को आचार्य हरिहर क्षेत्रीय कैंसर केंद्र में एक और ऑपरेशन करना पड़ा. साथ ही, इलाज के दौरान उसके शरीर के एक हिस्से को भी काट दिया गया. उनकी कीमोथेरोपी भी हुई.
इस बीच मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर ने पैथोलॉजी की रिपोर्ट पर संदेह जताया और दोबारा जांच कराने को कहा. जब तक पैथोलॉजी विभाग दूसरी रिपोर्ट आयी, तब तक महिला अपने शरीर का एक हिस्सा खो चुकी थी. इस बीच, अस्पताल के अधिकारियों ने आरोपों की सत्यता का पता लगाने के लिए इसकी जांच शुरू कर दी है.
बिना कैंसर तीन बार हुई कीमोथेरोपी
शिकायतकर्ता सरितदीप त्रिपाठी ने कहा कि हमने अस्पताल के बाहर एक परीक्षण किया, जिसमें कैंसर की पुष्टि नहीं हुई. हमने संबंधित डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाई तो उन्होंने कहा कि मरीज को कैंसर नहीं हैं. उन्होंने हमें इलाज जारी रखने के लिए सही रिपोर्ट दिखाने को कहा. इसलिए, हम फिर से एससीबी पैथोलॉजी विभाग में गये और रिपोर्ट दिखाकर हमें एक सही रिपोर्ट प्रदान करने के लिए कहा, ताकि हम कीमोथेरोपी उपचार प्रक्रिया को जारी रख सकें. वे विभाग के अंदर गए और कुछ समय बाद उन्होंने कहा कि आपकी मां को कैंसर नहीं है. जब तक उन्होंने यह बयान दिया, तब तक मेरी मां की तीन बार कीमोथेरोपी हो चुकी थी और उनके शरीर का एक अंग खो गया था.
संदेह को दूर करने के लिए वरिष्ठ चिकित्सक से बात करनी चाहिए : पैथोलॉजी विभाग
पैथोलॉजी विभाग की प्रमुख लिति मोहंती ने कहा हमें एक ट्यूमर टिश्यू मिला था, जिसका आकार दो सेंटीमीटर था. इलाज की प्रक्रिया के अनुसार हमने इसे तीन स्लाइड्स में बांटा था, जिसमें से एक स्लाइड की रिपोर्ट कैंसर पॉजिटिव आई थी. इसी के तहत मरीज का इलाज किया गया. शेष दो स्लाइडों में से एक स्लाइड को समीक्षा के लिए दिया गया, जो कि कैंसर निगेटिव थी. हालांकि रिपोर्ट कैंसर निगेटिव आई, लेकिन हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि मरीज के शरीर में कैंसर सेल है. रोगी को अपने संदेह को दूर करने के लिए वरिष्ठ चिकित्सक से बात करनी चाहिए.

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