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बालेश्वर में घर में घुसा समुद्र का पानी.

चक्रवात यश चला झारखंड की ओर, चार की मौत, तीन ओडिशा में और एक बंगाल में मरा

  • ओडिशा में तीन तथा बंगाल में गयी एक की जान

  • बालेश्वर के बाहानगां में तट से झारखंड की ओर चला भीषण चक्रवात यश

  • बारिश और तेज हवाओं से बालेश्वर और भद्रक में पेड़-पौधों को काफी नुकसान

  • तटीय गांवों में समुद्र का पानी घुसा, राहत-बचाव तेज

गोविंद राठी, भुवनेश्वर/बालेश्वर

भीषण चक्रवात यश ने आज ओडिशा के बालेश्वर जिला में बाहानगां में लैंडफाल करते हुए जमकर तबाही मचायी और मयूरभंज के रास्ते झारखंड की ओर चल पड़ा है. यश के प्रभाव के कारण चार लोगों की मौत हुई है और असंख्य पेड़-पौधे धराशायी हो गये हैं. मरने वालों में तीन ओडिशा के हैं, जबकि एक पश्चिम बंगाल का नागरिक है. ओडिशा में एक की मौत केंदुझर जिले में हुई है, जबकि दो की मौत बालेश्वर में हुई है. बालेश्वर में एक युवक की मौत नीलगिरि में हुई है, जबकि दूसरे की मौत भास्करगंज में हुई है. ये सभी पेड़ की चपेट में आकर मरे हैं. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के रामनगर 2 ब्लॉक में एक व्यक्ति की मौत हुई है.

ओडिशा में भद्रक और बालेश्वर को छोड़कर अन्य कहीं भी चक्रवात का असर कुछ खास नहीं पड़ा है. भद्रक और बालेश्वर के बाद मयूरभंज में असर पड़ने की संभावना है, जिसे पार करते हुए यश कल झारखंड की ओर रूख करेगा. भद्रक और बालेश्वर के कई तटीय गांवों में समुद्र का पानी प्रवेश कर गया है. राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है.

बालेश्वर में घर में घुसा समुद्र का पानी.

लैडफॉल की प्रक्रिया आज सुबह नौ बजे से शुरू हुई और बालेश्वर के दक्षिण में 20 किमी दूर 10.30 से 11.30 के बीच तट को पार किया. आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि तूफान के तट को पार करते समय हवा की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे से 150 किमी प्रति घंटे रही. इसके बाद मयूरभंज जिले में 100 से 110 किमी तक तेज हवा बहने की संभावना है. बुधवार मध्य रात्रि को यह कमजोर पड़ने के बाद झारखंड में प्रवेश करेगा. लैंडफाल के दौरान ओडिशा के तट पर चार किमी तक ज्वार देखा गया. आगे भी बालेश्वर व बंगाल के मेदिनीपुर इलाके में दो मीटर के ज्वार उठ सकते हैं.

बालेश्वर जिले के सदर प्रखंड के तटीय गांवों, चांदीपुर, बलमगुड़ी, परिखी और बरबनपुर गांवों में समुद्र का पानी प्रवेश कर गया है. इसके साथ-साथ बालियापाल प्रखंड के तटीय गांवों में चांदीपुर से तथा भोगराई प्रखंड में डोगरा से समुद्र का पानी इलाके में प्रवेश किया है. खबर है कि इन तटीय गांवों में एक से दो फीट तक पानी प्रवेश किया है.

इधर, भुवनेश्वर में विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्वीकार किया कि आनंदपुर और नीलगिरि में आज तेज हवाओं के बीच एक पेड़ की शाखा के नीचे आने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि बालेश्वर के भास्करगंज में घर पर पेड़ गिरने से एक अन्य 22 वर्षीय युवक की मौत हुई है.

बालेश्वर में घर में घुसा समुद्र का पानी.

उत्तर ओडिशा में भारी बारिश हुई

चक्रवात के कारण उत्तर ओडिशा में भारी बारिश हुई और सबसे अधिक 304 मिमी वर्षा मयूरभंज जिले के कुसुमी में दर्ज की गई. कुल मिलाकर 36 जगहों पर 110 से 304 मिमी बारिश हुई. इसी तरह राज्य के 37 ब्लॉकों में 50 से 100 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

पूर्णिमा और चक्रवात एक साथ, काफी ऊंची ऊठीं लहरें

पूर्णिमा के दिन चक्रवात आने के कारण समुद्र में लहरों को मानों पंख लग गये थे. अशांत समुद्र की लहरें काफी ऊंची-ऊंची ऊठ रहीं थीं. लगभग चार मीटर तक लहरें ऊठीं हैं. वैसे भी पूर्णिमा के दिन समुद्र में लहरें काफी ऊंची उठती हैं, लेकिन चक्रवात होने के कारण यह और ऊंची ऊठीं. इससे चांदीपुर में समुद्र किनारे स्थित होटलों में समुद्र का पानी घूस गया.

बालेश्वर में बिजली सेवा बहाल करने में जुटी बिजलीकर्मी.

बिजली आपूर्ति ठप

चक्रवात के कारण बिजली के खंभे गिरने से आपूर्ति बाधित हुई है. बिजली सेवा बहाली के काम तेजी से चल रहे हैं. राहत और बचाव दल के साथ बिजली विभाग की टीमें बिजली आपूर्ति को बहाल करने में जुटी हैं.

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