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आईएनएसवी तारिणी से मॉरीशस रवाना हुईं नौसेना की दो महिला अधिकारी

  •  दोनों महिला अधिकारियों को ऐतिहासिक डबल हैंड मोड पर भेजा गया

  •  विश्व जल यात्रा की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है यह विशेष अभियान

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने नौकायन पोत ‘तारिणी’ से दो महिलाओं को विशेष अभियान पर मॉरीशस के लिए रवाना किया है। गोवा में आईएनएस मंडोवी से रवाना हुई इस नौका के 20 मार्च को मॉरीशस में पोर्ट लुइस पहुंचने की संभावना है। भारतीय नौसेना नौकायन संघ (आईएनएसए) के तत्वावधान में यह विशेष अभियान नौसेना के महासागर नौकायन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है, क्योंकि यह भारतीय महिलाओं की डबल हैंड मोड में की जाने वाली पहली ट्रांसोनिक सॉर्टी है।

नारी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. समुद्री क्षेत्र में इस ऐतिहासिक यात्रा पर निकली हैं। आईएनएसवी तारिणी पर यह अभियान न केवल भारतीय नौसेना की महिला कर्मियों के असाधारण कौशल एवं समर्पण को उजागर करता है, बल्कि पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान क्षेत्रों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट करता है। महिला नौसैन्य कर्मियों का यह प्रयास इस वर्ष के अंत में निर्धारित विश्व जल यात्रा परिभ्रमण के लिए उनकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ये दोनों महिला अधिकारी पिछले ढाई साल से कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद स्वयं को तैयार कर रही हैं। इस अभियान से पहले छह लोगों के दल के हिस्से के रूप में दोनों अधिकारियों ने गोवा से मॉरीशस तक यात्रा की थी और फिर 2022 में वापस लौटी थीं। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने पिछले वर्ष गोवा से केपटाउन होते हुए रियो दी जनेरियो तक एक अभियान चलाया और फिर वापसी की। इसके अलावा इन दोनों महिला अधिकारियों ने गोवा से पोर्ट ब्लेयर तक और उसके बाद वापस डबल हैंड मोड में एक नौकायन अभियान संचालित किया।

इस वर्ष सितंबर में शुरू होने वाली जल यात्रा से पहले यह उनका अंतिम एकीकृत अभियान है। इस अभियान को कमांडर अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त) ने हरी झंडी दिखाई। वे एक प्रतिष्ठित नाविक रहे हैं, जिन्होंने दो बार नौकायन नौकाओं पर बिना रुके दुनिया की परिक्रमा की है। वह पिछले छह महीने से दोनों महिला अधिकारियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने इस महत्वपूर्ण अभियान को हरी झंडी दिखाने पर गर्व जताया। उन्होंने दोनों महिला अधिकारियों की क्षमताओं पर पूरा भरोसा जताया और उनकी ऐतिहासिक यात्रा के लिए अनुकूल हवाओं तथा समुद्र के सहज रहने की कामना की।
साभार – हिस

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