रघुपति राघव राजा राम,
जय रघुनन्दन, जय सियाराम,
जय, जय, जय, जय, आत्मविज्ञान,
कर दो सम्पूर्ण ध्यानी जहां,
जय जय,
रघुपति राघव राजा राम…!!!
तू ही अल्लाह, तू ही राम,
तू ही ईसा,पीर महान,
तू ही गौतम बुद्ध भगवान,
जय रघुनन्दन, जय सियाराम ,
दे दो सबको प्रेम का दान,
कर दो सम्पूर्ण ध्यानी जहां….!!!
जय जय,
रघुपति राघव राजा राम…!!!
तू ही वेद, तू ही क़ुरान,
तू ही बाइबल,गुरु ग्रंथ महान,
तू ही गीता, तू ही अज़ान,
जय रघुनन्दन, जय सियाराम,
हर अक्षर में तेरा ज्ञान,
कर दो सम्पूर्ण ध्यानी जहां…!!!
जय जय,
रघुपति राघव राजा राम…!!!
तेरा मंदिर, तेरी मस्जिद,
गिरिजा,गुरुद्वारा तेरा स्थान,
वेटिकन, मथुरा, काबा बृजधाम,
जय रघुनन्दन, जय सियाराम,
कण-कण में तू ही भगवान,
कर दो सम्पूर्ण ध्यानी जहां…!!!
जय जय,
रघुपति राघव राजा राम…!!!
तू ही मीरा, तू ही रहीम,
तू ही राधा,तू ही कबीर,
घट-घट में तू है विद्यमान,
जय रघुनन्दन, जय सियाराम,
हर बन्दे में है तेरी शान,
कर दो सम्पूर्ण ध्यानी जहां…!!!
जय जय,
रघुपति राघव राजा राम…!!!
रघुपति राघव राजा राम…!!!
✍️कविता गुप्ता, भुवनेश्वर