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डब्ल्यूटीसी फाइनल में जीत को रबाडा ने जीवन का सबसे यादगार पल बताया

नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के स्टार तेज़ गेंदबाज़ कगिसो रबाडा ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया पर मिली ऐतिहासिक जीत को अपने जीवन का सबसे यादगार पल बताया है। हालांकि, यह उपलब्धि व्यक्तिगत रूप से बेहद खास थी, लेकिन रबाडा ने इसे पूरी टीम की जीत बताया और साथी खिलाड़ियों के समर्पण की खुलकर तारीफ की।
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए इस फाइनल मुकाबले में रबाडा ने कुल 9 विकेट चटकाए और एक बार फिर यह साबित किया कि वह टीम के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज़ों में से हैं। इस प्रदर्शन के साथ वह साउथ अफ्रीका के टेस्ट इतिहास में चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं, उन्होंने महान एलन डोनाल्ड को पीछे छोड़ दिया। रबाडा अब तक 150 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट (38.9) रखने वाले गेंदबाज हैं।

उन्होंने आईसीसी के हवाले से कहा, “मैं खुद को सितारा नहीं मानता। मैं खुद को एक ऐसा खिलाड़ी मानता हूं जो मेहनत करता है, टीम के लिए खून-पसीना बहाता है और लगातार बेहतर बनने की कोशिश करता है। मैं हर मैच में विकेट लेने की सोच लेकर उतरता हूं, लेकिन यह भी जानता हूं कि अकेले नहीं जीत सकता। हम सभी खिलाड़ी किसी वजह से दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि यह टीम महज़ एक साल पहले बनी है और ज्यादा अनुभव भी नहीं था, लेकिन इसके बावजूद खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया।

रबाडा की शानदार शुरुआत
फाइनल की पहली सुबह ही रबाडा ने उस्मान ख्वाजा और कैमरून ग्रीन को एक ही ओवर में आउट कर मैच का रुख बदल दिया। पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट पर 51 रन दिए और दूसरी पारी में भी 4 विकेट लेकर मैच में कुल 9 विकेट लिए। इस प्रदर्शन के साथ वे लॉर्ड्स के घरेलू और मेहमान दोनों ड्रेसिंग रूम में ऑनर्स बोर्ड पर नाम दर्ज करने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह उपलब्धि सिर्फ महान बल्लेबाज़ गॉर्डन ग्रीनिज को मिली थी।

उन्होंने कहा, “दूसरी पारी के स्पेल सबसे कठिन होते हैं जब थकान होती है। लेकिन यही वो पल होते हैं जो असली मायने रखते हैं। हमने होश संभाले रखे और योजनाबद्ध तरीके से गेंदबाज़ी की। एक समय तो ऐसा आया जब अचानक पांच विकेट गिर गए – यह एक पागलपन भरा क्रिकेट मैच था।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारे मन में दो आवाजें होती हैं – एक जो शक करती है और एक जो विश्वास दिलाती है। हमने विश्वास वाली आवाज को पोषित किया और यही वजह रही कि यह प्रदर्शन संभव हो सका।”

रबाडा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड और भी प्रभावशाली हो गया है। उन्होंने अब तक 58 विकेट झटके हैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, वो भी मात्र 21.39 की औसत से।

उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया एक अनुभवी टीम है, लेकिन अब उम्रदराज़ भी हो चली है। कुछ खिलाड़ी तो ऐसे हैं जिन्हें हमने स्कूल में रहते हुए टीवी पर देखा था। इसलिए हमारे लिए यह जीत और भी खास है – अभी तक इसका एहसास पूरी तरह नहीं हुआ है। इस जीत ने हमें आत्मविश्वास दिया है कि हम भविष्य में भी ऐसा कर सकते हैं।”
साभार – हिस

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