नई दिल्ली। कतर के खिलाफ भारत की विवादास्पद हार के बाद, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने एक बयान जारी कर पुष्टि की है कि वे मैच के दौरान हुई गंभीर पर्यवेक्षण त्रुटि के खिलाफ अपील करेंगे, जिसके कारण भारत को फीफा विश्व कप क्वालीफायर राउंड 3 में जगह बनाने से हाथ धोना पड़ा। 2026 फीफा विश्व कप में जगह बनाने का भारत का सपना मंगलवार रात दोहा में कतर से 1-2 से हार के साथ टूट गया।
एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “मंगलवार रात फीफा 2026 और एएफसी एशियाई कप 2027 के प्रारंभिक संयुक्त योग्यता राउंड 2 के समापन मैच में कतर के खिलाफ हार पूरे भारतीय फुटबॉल जगत के लिए एक बड़ी निराशा थी। हालांकि जीत और हार खेल का एक अभिन्न अंग हैं, और हमने इसे विनम्रता से स्वीकार करना सीख लिया है, लेकिन कल रात भारत के खिलाफ किए गए दो गोलों में से एक ने कुछ सवालों को अनुत्तरित छोड़ दिया।”
मैच के 37वें मिनट में लालियांज़ुआला छांगटे ने गोल कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। पहले हॉफ की समाप्ति पर भारत 1-0 से आगे रहा।
दूसरे हाफ में मैच के 75वें मिनट में कतर के लिए यूसुफ अयमन ने नेट के पीछे से गोल मारा। गुरप्रीत द्वारा अयमन के हेडर को बचाए जाने के बाद भारतीय खिलाड़ियों को लगा कि गेंद खेल से बाहर चली गई है। रेफरी की सीटी नहीं बजी और भारतीय खिलाड़ियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। वीडियो असिस्टेंट रेफरी की अनुपस्थिति में रेफरी ने असिस्टेंट रेफरी से सलाह ली। गोल तो दे दिया गया लेकिन रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद खेल से बाहर चली गई थी।
चौबे ने कहा, “हम, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ में, हमेशा मानते थे कि खेल की भावना को बनाए रखा जाना चाहिए और नियमों का पालन बिना किसी संदेह के किया जाना चाहिए। इसी रुख को बनाए रखते हुए, हमने कतर के खिलाफ खेल के बाद, अपने मुख्य रेफरी अधिकारी के परामर्श से, फीफा क्वालीफायर के प्रमुख, एएफसी रेफरी के प्रमुख, एएफसी प्रतियोगिताओं के प्रमुख और खेल के लिए मैच कमिश्नर को लिखने का फैसला किया, जिसमें उनसे खेल के दौरान हुई गंभीर पर्यवेक्षण त्रुटि पर गौर करने का अनुरोध किया गया, जिसके कारण हमें फीफा विश्व कप क्वालीफायर राउंड 3 में जगह गंवानी पड़ी।”
कतर ने मैच जीत लिया और भारत को फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में पहली बार जाने से रोक दिया। इस हार का मतलब यह भी है कि भारत को एएफसी एशियाई कप 2027 के लिए स्वत: योग्यता नहीं मिलेगी।
चौबे ने कहा, “इसकी गंभीरता को देखते हुए, हमने सभी संबंधित अधिकारियों से इस मामले की गहन जांच करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, हमने उनसे अन्याय को दूर करने के लिए खेल मुआवजे की संभावनाओं का पता लगाने का आग्रह किया है। खेल की अखंडता सुनिश्चित करना सर्वोपरि है, हमें पूरा भरोसा है कि फीफा और एएफसी इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएंगे।”
साभार – हिस