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खबर का असर – क्राइम ब्रांच की स्पेशल टास्क फोर्स करेगी नकली दवाओं की जांच

  • मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिया आदेश

  • जन अधिकार पार्टी (एल) की विशेष टास्क फोर्स गठित कर जांच कराने की मांग को इण्डो एशियन टाइम्स ने उठाया था प्रमुखता से

  • देवाशीष मिश्र ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार, जल्द जांच शुरू करने की मांग

भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज अपराध शाखा को ‘नकली’ दवाओं के कथित प्रचलन की जांच करने का आदेश दिया. शनिवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग पीके महापात्र ने ओडिशा राज्य चिकित्सा निगम लिमिटेड और पुलिस को कथित नकली दवाओं की जब्ती की संयुक्त जांच शुरू करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया था.

उल्लेखनीय है कि इण्डो एशियन टाइम्स ने जन अधिकार पार्टी (एल) की विशेष टास्क फोर्स गठित कर जांच कराने की मांग को प्रमुखता से उठाया था. सवाल था कि कोरोना से बढ़ती मौत के पीछे कहीं नकली दवाएं तो कारण नहीं हैं.

इसके बाद मुख्यमंत्री ने जनहित को ध्यान में रखते हुए इस मामले की जांच का जिम्मा अपराध शाखा को सौंप दिया है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद डीजीपी अभय ने बताया कि ओडिशा क्राइम ब्रांच की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को ‘नकली’ दवाओं के कथित प्रचलन की जांच करनी है. इस संबंध में अगली कार्रवाई औषधि नियंत्रक से चर्चा के बाद की जाएगी. डीजीपी ने कहा कि जल्द ही जांच शुरू की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि कोविद-19 उपचार के लिए निर्धारित दवा ‘फेविपिराविर’ की नकली खेप की कटक में बरामदगी के बाद जन अधिकार पार्टी (एल) ने सवाल उठाया है कि राज्य में कोरोना रोगियों की मौत के लिए कहीं नकली दवाएं तो जिम्मेदार नहीं हैं. जन अधिकार पार्टी (एल) के राष्ट्रीय महासचिव देवाशीष मिश्र ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टास्क फोर्स गठित करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि राज्य में इन दिनों कोरोना से मरने वालों की संख्या काफी बढ़ गयी है. इसबीच कटक में नकली दवा का बरामद होना एक चिंता का विषय बन गया है. मिश्र ने आशंका जाहिर की है कि कहीं रोगियों की मौत का कारण नकली दवाएं तो नहीं हैं. इसलिए राज्य सरकार एक विशेष टास्क फोर्स का गठन करके इस मामले की गंभीर से जांच कराये. साथ ही कोरोना के इलाज में प्रयोग में की जा रही सभी दवाओं की गुणवत्ता की जांच कराये.

कटक में बरामद नकली दवाओं का हवाला देते हुए मिश्र ने आशंका जतायी है कि कोरोना की महामारी में नकली दवाओं का रैकेट सक्रिय हो गया है. इसलिए सरकार को दवाओं की जांच के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन करे.

कटक के बाद कई अन्य जिलों में भी नकदी दवाओं को लेकर छापेमारी की जा रही है. कई जगहों पर नकली दवाएं बरामद की गयी हैं.

देवाशीष मिश्र ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार

जन अधिकार पार्टी (एल) के राष्ट्रीय महासचिव देवाशीष मिश्र ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रति आभार जताया है कि उन्होंने जनहित में इस मांग पर तत्काल संज्ञान लिया तथा जांच की जिम्मेदारी अपराध शाखा को सौंप दी. उन्होंने कि अब यथाशीघ्र जांच करा कर नकली दवा के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

नकली दवाएं तो नहीं दे रही हैं कोरोना रोगियों को मौत

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