संबलपुर। प्रत्येक साल की तरह इस साल भी संबलपुर शहर पीलिया के चपेट में आ गया है। सरकारी उदासीनता के कारण प्रत्येक वर्ष यह महामारी शहर के लोगों के लिए जानलेवा साबित होती है। इसके बावजूद इस समस्या के संपूर्ण निदान हेतु जिला प्रशासन की ओर से खास कदम नहीं उठाया गया। समलन इस बीमारी ने पुन: सिर उठाना आरंभ किया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के घुनघुटीपाड़ा में 15 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी की चपेट में आकर विभिन्न चिकित्सालयों में इलाज करा रहे हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2014 में शहर में पीलिया ने गंभीर रूप धारण कर लिया था। इस बीमारी की चपेट में आकर सैकड़ो लोगों की जान चली गई। इसके बावजूद संबलपुर प्रशासन इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं दिखाई पड़ रहा है। मसलन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। इस महामारी पर नियंत्रण हेतु जल्द कदम नहीं उठाया गया तो आनेवाले दिनों में स्थिति और भयावह होगी, इस संभावना से इंकार नहीं किा जा सकता है।
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