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संक्रमण दर बढ़ने के कारण हो रही अधिक मौत – स्वास्थ्य निदेशक
भुवनेश्वर. राज्य में कोरोना जांच में कमी के कारण संक्रमितों की संख्या में कमी देखने को मिली है. ओडिशा में पिछले 24 घंटों में 6,736 पाजिटिव मामले पाये गये हैं.
स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि बहुत भीषण चक्रवाती तूफान ‘यश’ के मद्देनजर राज्य के दस जिलों में परीक्षण में कमी के कारण यह गिरावट देखने को मिली है. उल्लेखनीय है कि कई जिला प्रशासनों ने आने वाले चक्रवात के मद्देनजर पिछले दो-तीन दिनों से परीक्षण, टीकाकरण और घर-घर सर्वेक्षण सहित कोविद से संबंधित सभी कार्यों को स्थगित कर दिया था.
इसलिए महापात्र ने स्वीकार किया कि पिछले दो-तीन दिनों से चक्रवात के मद्देनजर राज्य में कोविद-19 परीक्षण में कमी आई है. सामान्य परीक्षण पाजिटिव दर (टीपीआर) 20 प्रतिशत से घटकर 14 प्रतिशत हो गई है.
महापात्र ने कहा कि चक्रवात की स्थिति में सुधार होने के बाद चिकित्सा दल घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे और लोगों के चक्रवात आश्रयों से अपने घर लौटने के बाद परीक्षण और टीकाकरण अभियान हमेशा की तरह फिर से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों से कोविद-19 बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
महापात्र ने कोविद-19 के कारण मृत्यु दर में वृद्धि को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि ओडिशा में कल तक आईसीयू में कोविद-19 से संक्रमित 79-80 फीसदी मरीज थे और 50 फीसदी मरीज वेंटिलेटर में थे. जैसे-जैसे गंभीर मामलों की संख्या अधिक हो रही है, वैसे मौतें भी बढ़ रही हैं.
ओडिशा में लॉकडाउन बढ़ाने की योजना पर राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने कहा कि लॉकडाउन का असर तुरंत दिखाई नहीं देगा. परिणाम दिखाने के लिए इसे चार से छह सप्ताह का समय चाहिए. महापात्र ने कहा कि राज्य सरकार अन्य राज्यों और सरकारों के विशेषज्ञों के साथ परामर्श कर रही है. राज्य जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेगा.