संबलपुर. पीके सिन्हा, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने आज बिजली संयंत्रों को शुष्क ईंधन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कोयला खनिकों को सजग रहने पर जोर दिया, जिससे देश में कोविद-19 महामारी के इस संकट की घड़ी में ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक पीके सिन्हा ने एमसीएल द्वारा आयोजित एक वेबिनार में सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविद 19 की चुनौती को देखते हुए हमें एक ऐसी रणनीति को अपनानी है, जिसके तहत बिजली संयंत्रों को निरंतर और निर्बाध कोयला आपूर्ति सुनिश्चित किया जा सके.
कोविद-19 मामलों की अचानक वृद्धि होने के कारण देश में हुई ऑक्सीजन की कमी का हवाला देते हुए सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी टीमों के व्यावसायिक स्वास्थ्य के बारे में बहुत सतर्क रखना होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोयले की आपूर्ति बिजली संयंत्रों के लिए बाधित न हो और देश को कोयले की आपूर्ति की वजह से बिजली की कमी का सामना न करना पड़े.
एमसीएल में 20 मिलियन टन से अधिक कोयले का स्टॉक उपलब्ध है. सिन्हा, सीएमडी ने कोल डिस्पैच ऑपरेशन में लगे टीम के हर सदस्य को कोविद-19 संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से सजग रहने की हिदायत दी, ताकि देश को आवश्यक कोयला आपूर्ति करने में हम सक्षम हो सकें.
सिन्हा, जोकि अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के सीएमडी भी हैं, ने कर्मचारियों और ठेकेदारों के श्रमिकों को कोविद हेतु उचित व्यवहार सुनिश्चित करने पर जोर दिया. कोरोना वायरस के फैलाव की रोकथाम हेतु कंपनी की सभी इकाइयों द्वारा समन्वित प्रयासों एवं परिधीय क्षेत्रों में कोविद जागरूकता लाने के लिए बल दिया, ताकि स्वस्थ वातावरण बना रह सके.
वेबिनार का आयोजन आईएलओ की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस पर कार्य -2021 के उपलक्ष्य पर किया गया जिसमें एमसीएल के सभी निदेशकगण, कल्याण और सुरक्षा बोर्ड के सदस्यों, कार्यकारी निदेशक (सुरक्षा व बचाव), कोल इंडिया, क्षेत्रीय महाप्रबंधकगण एवं विभागाध्यक्ष आदि शामिल हुए.