-
कटक कैंटोनमेंट रोड में गोपबंधु की स्टैचू ऑफ यूनिटी व वेल व्यू चौक पर महात्मा गांधी की म्युरल प्रतिमूर्ति का किया विमोचन
भुवनेश्वर. उत्कल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कटक दौरा कर वहां महात्मा गांधी तथा उत्कलमणि गोपाबंधु दास की प्रति मूर्ति का अनावरण करने के साथ-साथ उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री पहले कटक के कैंटोनमेंट रोड पर गए और वहां स्थित गांधी चौक पर उत्कलमणि गोपाबंधु दास की एक प्रति मूर्ति का अनावरण किया. इस प्रतिमूर्ति को मानवता की प्रतिमूर्ति के नाम पर नामित किया गया है.
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि ओडिशा में मानवता की बात आने पर पहले को गोपबंधु ही याद आते हैं. दीन, दरिद्र व दुखी लोगों की सहायता करने के लिए गोपबंधु ही हमेशा प्रेरणा के स्रोत रहे हैं. इसलिए उनकी मूर्ति मानवता की प्रतीक के रूप में युगों तक जनमानस को दरिद्र नारायण की सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी.
महात्मा गांधी के ओडिशा आगमन के एक सौ साल पूरे होने के वर्ष पर गत 23 मार्च से पूरे राज्य में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. महात्मा गांधी के ओडिशा दौरे के पहले चरण में कटक के काट जोड़ी नदी के तट पर एक विराट रैली को संबोधित किया था. महात्मा गांधी के ओडिशा आगमन के स्मारक के रूप में मुख्यमंत्री ने आज काठजोड़ी नदी के वेल व्यू चौक पर गांधी स्थापत्य कला का लोकार्पण किया. इसमें गांधीजी के विभिन्न आंदोलनों के दृश्य तथा उनके आदर्शों नीति को दर्शाया गया है.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सत्य व अहिंसा पूरे देश को भारत का सर्वश्रेष्ठ योगदान है. अहिंसा पुजारी के रूप में महात्मा गांधी पूरे विश्व को एक नई दिशा दी. आज की दुनिया में उनकी प्रासंगिकता सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी 1921 से लेकर 1946 तक 8 बार ओडिशा आए थे और ओडिशा के विभिन्न इलाकों में जाकर राज्य की समस्या के बारे में सही रूप से जानकारी ली थी. उन्होंने ओडिशा को अलग राज्य के रुप में स्थापना भी समर्थन किया था. आज ओडिशा दिवस के अवसर पर यह दो महापुरुष महात्मा गांधी व गोपबंधु के आदर्श चिंतन को युवा समाज ग्रहण कर समर्पित भाव से कार्य करने के लिए प्रेरणा प्रदान करेगी. इस कार्यक्रम में मंत्री रवींद्र प्रताप प्रताप जेना, सांसद भर्तृहरि महताब, सांसद सुभाष सिंह तथा कटक जिले के विधायक अन्य लोग उपस्थित थे.