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भाजपा ने की मंत्री प्रताप जेना की गिरफ्तारी की मांग
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भाजपा अध्यक्ष ने निकाली सद्भावना रैली
भुवनेश्वर. विपक्ष ने शनिवार को ओडिशा विधानसभा में माहांगा दोहरे हत्याकांड का मुद्दा उठाया और अपराध में कथित संलिप्तता के लिए मंत्री प्रताप जेना के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग की.शून्यकाल के दौरान, नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्त नायक ने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है. एक मामले में भाजपा के संबलपुर विधायक जयनारायण मिश्र की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए नायक ने कहा कि कानून सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए अलग-अलग है.नायक ने आरोप लगाया कि हालांकि माहांगा दोहरे हत्याकांड मामले में एक मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र और विधायक संतोष सिंह सलूजा ने भी इस मुद्दे को उठाया और प्रताप जेना के इस्तीफे की मांग की.आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजद विधायक ब्योमकेश राय ने सवाल किया कि माहांगा शारदा प्रधान को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है. उन्होंने दावा किया कि कई मामले लंबित हैं. वह कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहें हैं, जिसमें डकैती से लेकर हत्या का प्रयास शामिल है. उन्होंने 22 दिन पहले जेल की सजा भी काटी थी. सन 1957 में उनका नाम बीपीएल सूची में था, लेकिन अगले 3 से 4 वर्षों के भीतर वह हजारों करोड़ की संपत्ति के मालिक बन गए. राय ने आरोप लगाया कि वह एक खनन माफिया हैं और विधानसभा में उसके जैसे व्यक्ति के बारे में चर्चा करना दुर्भाग्यपूर्ण है.दूसरी ओर, विपक्ष के उप नेता बिष्णु सेठी ने कहा कि डबल मर्डर केस के सिलसिले में माहांगा से रैली शुरू करने के लिए शारदा प्रधान को निशाना बनाया जा रहा है.सेठी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करोड़ों रुपये लूटे जाते हैं और अगर कोई इस संबंध में जानकारी लेने की हिम्मत करता है, तो कुलमणि बराल जैसे लोगों की हत्या कर दी जाती है. प्रफुल्ल बिस्वाल, जो बीजद के ही थे, की हत्या इस आशंका में की गई थी कि वे इस हत्या के बारे में खुलासा करेंगे.इधर, पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष समीर मोहंती के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपा समर्थकों ने भाजपा मुख्यालय से सद्भावना रैली निकाली और बाद में विधानसभा घेराव की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने माहांगा दोहरे हत्याकांड की निष्पक्ष जांच और मंत्री प्रताप जेना और अन्य सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.