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प्रभु लिंगराज व शुकशारी मंदिर के पास स्थित प्राचीन मंदिर के पुनरुद्धार के लिए एएसआई के विशेषज्ञों की टीम भेजें – धर्मेन्द्र प्रधान
भुवनेश्वर. देश के समृद्ध संस्कृति व धरोहरों के संरक्षण करने की दिशा में भुवनेश्वर के एकाम्र क्षेत्र विशेष तौर पर प्रभु श्रीलिंगराज व शुकशारी मंदिर के चारों और सैकड़ों साल पुरानी प्राचीन मंदिर के सुरक्षा व पुनरुद्धार करने के लिए व्यक्तिगत रुप से हस्तक्षेप करने के लिए केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल को पत्र लिखा है. इस पत्र में इस कार्य के लिए तत्काल एएसआई की एक विशेषज्ञ टीम भेजने के लिए भी अनुरोध किया है.
प्रधान ने अपने पत्र में कहा कि हाल ही में एकाम्र क्षेत्र में स्थित शुकशारी मंदिर के पास दो एकड़ जमीन में खनन के दौरान शारी मंदिर में उत्तर पश्चिम कोण पर सोमवंशी समय के दशम शताब्दी व एकादश शताब्दी के अमूल्य भग्नावशेष के निकलने की बात भुवनेश्वर शाखा के एएसआई ने कहा है.
एएसआई को इसके निकट से दो ढांचे मिले हैं, जो शारी मंदिर के भग्नावशेष के रुप में पता चल रहा है. एएसआई के विशेषज्ञों के अनुसार शारी मंदिर पंचायतन ढांचे पर निर्मित हुआ है. पारिपार्श्विक स्थिति से लगता है कि एकाम्र क्षेत्र के भूमि के नीचे अनेक ऐतिहासिक ढांचा हो सकते हैं.
इसलिए इस स्थान पर तत्काल एएसआई की विशेषज्ञों की टीम भेज कर इसका सही रुप से खनन व अमूल्य धरोहोर को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यकीय कदम उठाने के लिए उन्होंने इस पत्र में अनुरोध किया है.